शरद पवार ने महाराष्ट्र में भीषण सूखा के मुद्दे पर बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. इससे पहले पवार ने पत्र लिखकर सीएम से अपील की थी कि 1972 के बाद पड़े सबसे भीषण अकाल को लेकर सरकार जरूरी कदम उठाए. महाराष्ट्र के 21 हजार गांव सूखे से जूझ रहे हैं, 151 तहसीलों को सरकार सूखाग्रस्त घोषित कर चुकी है. पूरे राज्य के बांधों में कुल 16 फीसदी पानी बचा है, जबकि मराठवाड़ा में सिर्फ पौने पांच प्रतिशत पानी है.