जोधपुर कोर्ट ने नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आसाराम को ताउम्र जेल में रहने की सजा सुनाई. बुधवार(25 अप्रैल) को जेल में बने कोर्टरूम में जैसे ही आसाराम की सजा का ऐलान हुआ वो हंसने लगा. इतना ही नहीं थोड़ी देर हंसने के बाद आसाराम सिर पकड़कर बैठ गया, जैसे मानो उसे इस फैसले की उम्मीद नहीं थी. सिर पकड़कर बैठने के बाद आसाराम हरिओम का जाप करने लगा. इसके बाद उसने ऊपर की तरफ देखा और कहा- अब जैसी ऊपर वाले की मर्जी. हम यहीं रहेंगे.10.30 बजे आसाराम को दोषी करार देने के बाद विशेष न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने जब ढाई बजे सजा का ऐलान किया तब वो रोने लगा. थोड़ी देर विलाप करने के बाद जब पुलिस आसाराम को बैरक नंबर-2 में ले जाने लगी तो आसाराम ने बड़ी शान से कहा, ‘मैं तो जेल में भी मौज करूंगा’. बता दें कि एक साल के भीतर यह दूसरा मामला है जब किसी स्वयंभू बाबा को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया गया है. पिछले साल अगस्त में गुरमीत राम रहीम को भी यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिया गया था.
पीड़िता के पिता ने फैसले पर जताई खुशी
फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और हमें खुशी है कि न्याय मिला.’ उन्होंने कहा कि परिवार लगातार दहशत में जी रहा था और इसका उनके व्यापार पर भी काफी असर पड़ा. फैसले के मद्देनजर जोधपुर जेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी जहां पहले से निषेधाज्ञा लागू है.
फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे
आसाराम की सजा के ऐलान के बाद उनकी प्रवक्ता नीलम दुबे ने कहा, ‘मीडिया ट्रायल के बाद उन्होंने (आसाराम ने) इतने झटके खा लिए हैं कि अब झटके भी उनसे झटकने लगे हैं.’ उन्होंने कहा, हमारी लीगल टीम ने अब तक फैसले का अध्ययन नहीं किया है. टीम के अध्ययन करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह इस फैसले को राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती देंगे.
आसाराम पर नाबालिग से रेप का था आरोप
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप था, जिसमेें वो दोषी साबित हुए. यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था. आसाराम से इन आरोपों से इंकार किया था.