पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के खिलाफ कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मोर्चा खोल दिया है. कैट ने कहा कि जब चीन-भारत के बीच एक तरह से शीत युद्ध चल रहा है, ऐसे में सचिन का किसी भी बड़े चीनी निवेश वाली कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनना साफ तौर पर उनकी ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की लालची पिपासा को दर्शाता है.

कैट ने सचिन तेंदुलकर की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उनको देश को यह जवाब देना चाहिए. कैट ने यह भी कहा कि सचिन के इस फैसले से न केवल देश भर के व्यापारी, बल्कि प्रशंसक भी बेहद नाराज हैं. कैट ने कहा की हमने इस संबंध में सचिन तेंदुलकर को पत्र भेजकर अपना फैसला बदलने का आग्रह किया है.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि एक तरफ देश में एक बड़ी चीनी कंपनी भारत में जासूसी करती हुई पकड़ी जा रही है, वहीं दूसरी ओर सचिन तेंदुलकर जो अपने आपको भारत का बेटा कहते हैं, उन्हें चीन निवेश वाली कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनने में कोई शर्म नहीं है.
कैट ने कहा कि यह सीधे तौर पर हमारी वीर सेना का भी बड़ा अपमान है, जो विपरीत परिस्थितियों और मौसम में देश की सीमाओं पर तैनात रह कर देश की सुरक्षा में लगे हैं. सचिन देश और सेनाओं की हौसला अफजाई नहीं करते, बल्कि वर्तमान में दुश्मन देश के पैसे से चल रही कम्पनियों के ब्रांड एंबेसडर बन करोड़ों रुपए कमाने में ज़्यादा रुचि रखते हैं.
कैट ने कहा कि विज्ञापनों में आने वाली हस्तियां एक प्रकार से हमारे युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं. उन्होंने कहा कि अब भी समय है, जब देश के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सचिन को ऐसी कम्पनियों का ब्रांड एंबेसडर न बनने की घोषणा तुरंत करनी चाहिए.
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