शासन ने बोर्ड के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. अब बचा हुआ 70 फीसदी पाठ्यक्रम 3 भाग में पढ़ाया जाएगा. इसके पहले भाग में वो पाठ्यक्रम होगा जिसे कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार वीडियो बनाकर ऑनलाइन पढ़ाया जाए.
इस पूरे पाठ्यक्रम को टीवी चैनल पर भी प्रसारित किया जाएगा. दूसरे भाग में वो पाठ्यक्रम लिया जाएगा, जिसे छात्र-छात्राएं खुद पढ़ सकें. इसके बाद तीसरा भाग प्रोजेक्ट आधारित होगा. इसके लिए तैयार एकेमडिक कैलेंडर जल्द जारी होगा.
वहीं बीते सप्ताह सरकार ने सीबीएसई के सिलेबस को 30 प्रतिशत तक घटाने का निर्णय लिया है, जिसके बाद सीबीएसई ने नये सत्र 2020-21 का नया करीकुलम छात्रों के लिए जारी कर दिया है. बता दें कि सिलेबस में ये बदलाव सिर्फ नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए किया गया है.
छात्र सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट या यहां दिए गए लिंक के माध्यम से पूरा करीकुलम देख सकते हैं. इस बारे में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करके कहा कि लर्निंग एचीवमेंट के महत्व को ध्यान में रखते हुए और मुख्य अवधारणाओं को बरकरार रखते हुए सिलेबस को 30% तक तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि इस निर्णय में सहायता लेने के लिए कुछ हफ़्ते पहले मैंने सभी शिक्षाविदों से #SyllabusForStudents2020 पर सुझाव आमंत्रित किए थे.
मुझे यह साझा करने में खुशी हो रही है कि पूरे देश से हमें 1.5K से अधिक सुझाव मिले. भारी प्रतिक्रिया के लिए, आप सभी को धन्यवाद. उन्होंने ये भी बताया कि सीबीएसई द्वारा कक्षा 9 वीं से 12 वीं के छात्रों पर पाठ्यक्रम भार को कम करने के लिए पाठ्यक्रम संशोधन किया जा रहा है.
बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए पूरे देश में छात्रों के सिलेबस को लेकर चर्चा हो रही थी, जिसे लेकर अभिभावकों ने भी सोशल मीडिया के जरिये सिलेबस को घटाने की मांग की थी.