श्री सांई बाबा की भक्ति का विशेष दिन गुरूवार माना जाता है। श्री सांई बाबा का प्रिय दिन भी गुरूवार ही है। गुरूवार को भक्त श्री सांईबाबा के मंदिरों में पूजन करते हैं। पूजन-अर्चन करने के ही साथ वे श्री सांई बाबा की विशेष आराधना करते हैं मगर बाबा के पीले गुरूवार का व्रत करने से भक्तो को सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। भक्त धन-धान्य से संपन्न होते हैं। भक्तो द्वारा पीले गुरूवार का व्रत करना बेहद सफलता देने वाला होता है।
दरअसल व्रत करने के लिए भक्त श्री सांई को सच्चे मन से ध्याऐं और फिर सुबह शुद्ध होकर पीले परिधान पहनें। श्री सांई बाबा के फोटो पर पुष्प हार आदि अर्पित करें। पुष्प हार अर्पित करने के ही साथ श्री सांई बाबा को भोग लगाने के लिए केसरिया भात अर्थात् चांवल या फिर पीले रंग को कोई वस्तु चढ़ाऐं।
श्री सांई बाबा की और श्री गुरूदेव दत्त की आरती करें। सच्चे मन से हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना श्री बाबा को बोल दें। इसके साथ ही जरूरत मंद को भोजन करवाऐं अथवा भक्षण करने के लिए कुछ दें। या फिर पीली वस्तु का दान करें। ऐसे में श्री सांई बाबा प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। श्री सांई बाबा के मंदिर में जाकर दर्शन करें। यदि धुनि वाले मंदिर जा सकें तो वहां जाकर श्रद्धा से धुनि का नारियल समर्पित करें और धुनि की परिक्रमा करें।