पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में श्री श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप सुशोभित हो गया है। निरोल सेवा संस्थान की ओर से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के तत्वाधान में गुरुद्वारा सुल्तानपुर लोधी बेर साहिब से सजाया गया नगर कीर्तन करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पहुंच गया। यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी से 22 फरवरी को रवाना हुआ था।

15 दिन तक कई एतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होने के बाद नगर कीर्तन शनिवार दोपहर 12.30 बजे पाकिस्तान सीमा के रास्ते गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए रवाना हुआ।
वहां पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने नगर कीर्तन पर फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। नगर कीर्तन में शामिल सुनहरी पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को सुशोभित कर संगत पाकिस्तान सीमा से पैदल ही श्री करतारपुर साहिब तक गई।
नगर कीर्तन के स्वागत के लिए पाकिस्तान से भी संगत गुरुद्वारा साहिब पहुंची थी। संगत ने गुरुद्वारा साहिब की पवित्र परिक्रमा करने एक बाद दूसरी मंजिल में सुशोभित गुरुद्वारा साहिब में पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप सुशोभित कर दिया।
गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के मुख्य ग्रंथी ने अरदास की। वहीं कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी हिदायतों पर अमल करते हुए करतारपुर कॉरिडोर के टर्मिनल में तैनात बीएसएफ जवानों व अधिकारियों ने मास्क पहनने शुरू कर दिए हैं।
गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के दस्तावेजों की जांच मास्क पहनकर की गई। श्रद्धालुओं ने मास्क नहीं पहने हुए थे। बीएसएफ अधिकारियों ने पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस से बचने की सलाह दी।
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