मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली संदिग्ध कार के मामले में एनआईए ने अब शिवसेना के नेता प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। वह मुंबई पुलिस के अफसर भी रहे हैं, जिनकी ख्याति एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर थी। गुरुवार सुबह ही एनआईए की टीम ने इस केस के सिलसिले में शर्मा के घर पर छापेमारी की थी और अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। शर्मा को अरेस्ट किए जाने से प्रदेश की राजनीति भी गरमा सकती है। हालांकि अब तक इस मसले पर शिवसेना का कोई रिएक्शन नहीं आया है। प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार करने से पहले एजेंसी ने उनसे पूछताछ भी की थी।
यही नहीं एजेंसी के अधिकारियों का कहना था कि कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार की पूरी साजिश में उनका भी रोल था। प्रदीप शर्मा काफी समय से एनआईए के राडार पर थे और उनकी भूमिका की जांच एजेंसी की ओर से की जा रही थी। इसी केस में मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह का ट्रांसफर हुआ था। इस मामले में सचिन वाझे को मुख्य आरोपी माना जा रहा है, जो फिलहाल एनआईए की ही हिरासत में है।
गुरुवार को सुबह 6:45 बजे ही एनआईए की टीम प्रदीप शर्मा के घर छापेमारी को पहुंच गई थी और 10:45 तक अभियान चला। एनआईए की टीम ने प्रदीप शर्मा के घर से एक प्रिंटर, एक कम्प्यूटर और एक लैपटॉप जब्त किया है। इस जांच के दौरान एनआईए के 7 से 8 अधिकारी मौजूद थे और एसपी विक्रम खलाते भी मौके पर थे। यही नहीं किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए प्रदीप शर्मा के अंधेरी स्थिति आवास के बाहर सीआरपीएफ की टीम को भी तैनात किया गया था। इससे पहले 11 जून को भी एनआईए ने मलाड स्थित कुरार गांव से दो लोगों को अरेस्ट किया था। ये लोग थे- संतोष शेलार और आनंद जाधव।
मुंबई पुलिस के मुताबिक ये दोनों प्रदीप शर्मा के करीबी रहे हैं। इन्हें एंटीलिया बम केस और उसके बाद मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। माना जा रहा था कि उन दोनों से ली गई जानकारी के आधार पर ही अब एनआईए ने प्रदीप शर्मा के घर में छापेमारी की है और उन्हें गिरफ्तार किया है।