पूर्व सीएम और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि आने वाले उप चुनाव तय करेगा कि मध्य प्रदेश कौन सी पटरी पर चलेगा। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान मुझसे 15 महीने का हिसाब मांग रहे हैं, मुझे अभी तक 15 साल का हिसाब नहीं दिया।
शिवराज जेब में नारियल लेकर चलते हैं जब चाहे शिलान्यास कर देते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने की जरूरत है, मेरे जैसे नेताओं की तो कट गई है, आने वाले पीढ़ी के लिए चिंता करनी होगी। मतदाता समझ रहे हैं कि किस प्रकार सौदे की सरकार बनी है। कमल नाथ ने आरोप लगाया कि शिवराज ने वोटों से नहीं नोटों से सरकार बनाई है।
उधर कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कमल नाथ ने कहा कि एक महीने में चुनाव हो जाएंगे, चुनाव में कोई बड़ा नेता नहीं मंडल व सेक्टर जिताएंगे। ग्वालियर में व्यापार मेला के फेसीलिटेशन सेंटर में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की पहचान माफिया, मिलावट और भ्रष्टाचार से थी। कमल नाथ ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसान आत्महत्या क्यों कर रहा है। 20 लाख करोड़ की घोषणा की, लेकिन किसी को 20 रुपए भी नहीं मिले। कमल नाथ ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि घर वापसी पर शिवराज से झूठ बोलना सीखेंगे।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीठ में छुरा घोपने का काम हुआ है इसलिए आज उपचुनाव हो रहे हैं। ग्वालियर में चुनाव अगर जीतते थे तो आप कार्यकर्ताओं की वजह से जीतते थे, न कि सिंधिया की वजह से।
पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर चंबल के लिए कितनी घोषाणाएं की उनमें कितनी पूरी की हैं वे जबाब दें। 15 साल में मजदूर ही पैदा हुए क्योंकि सीएम शिवराज ने कोई रोजगार नहीं दिया। लॉक डाउन में आपने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूर सड़कों पर देखे। हम चाहते थे एमपी में निवेश आए लेकिन व्यवसायियों को एमपी पर भरोसा नहीं था।
कमल नाथ ने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन पर कोई उंगली नहीं उठा पाया। मध्य प्रदेश की पहचान भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी थी। मैं ग्वालियर को जानता हूं पर ग्वालियर में कभी राजनीति नहीं की। भाजपा कुछ भी कह ले लेकिन मैं कहता हूं कि हमने किसानों का कर्जा माफ किया। लेकिन अब ग्वालियर चंबल के विकास की जिम्मेदारी मेरी है।
पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में 7 लाख किसानों के एक से अधिक खाते थे। 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया, उन्होंने शिवराज सिंह को चुनौती दी कि सामने आ कर बात करें। जब भी चुनाव आता है तो केंद्र सरकार चीन और पाकिस्तान की बात करने लगते हैं। ये उप चुनाव नही हैं एमपी के भविष्य का चुनाव है। सबसे कम कोरोना की टेस्टिंग एमपी हो रही है, ये जनता के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि आए हुए लोग और लाए हुए लोगों में अंतर होता है।