छात्र अब डिग्री और डिप्लोमा के साथ हुनरमंद बनकर भी निकलेंगे। सरकार ने इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाया है। हाल ही में सामने आई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे में भी व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। साथ ही वर्ष 2025 तक पचास फीसद छात्रों को इससे जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। मौजूदा समय में देश के कामकाजी लोगों में (19 से 24 आयु वर्ग) पांच फीसद से कम लोग व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त हैं।