आज बॉलीवुड के किंग खान यानि शाहरुख़ खान की फिल्म ‘रईस’ आज रिलीज हो रही है. फिल्म को राहुल ढोलकिया ने डायरेक्टर किया है. फिल्म में शाहरुख़ खान के अलावा माहिरा खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अतुल कुलकर्णी, आर्यन बब्बर भी प्रमुख किरदार में है. फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया गया है.
कहानी :
फिल्म की कहानी करीब 80 के दशक के गुजरात की है. इस फिल्म में रईस (शाहरुख खान) और उसकी माँ (शीबा चड्ढा) गरीबी की जिंदगी गुजर बसर करते हैं. रईस की माँ कबाड़ का काम करती है, लेकिन इसी बीच रईस देसी शराब का काम शुरू करता है. इस काम में कुछ अड़चन आने के बाद रईस अंग्रेजी शराब की दुकान पर (अतुल कुलकर्णी) का शागिर्द बन जाता है. इस दौरान रईस के दिमाग में खुद का धंधा करने का ख्याल आया, लेकिन इसके लिए उसका गुरु उसके सामने शर्त रखता है जिसके लिए रईस को 3 दिन का टाइम दिया जाता है. इसके बाद फिल्म में आगे शुरू होता है शराब के लिए गुटों में झगड़ा, राजनीतिक दलों की राजनीति, षड़यंत्रो का सिलसिला और चोर-पुलिस का खेल. इस बीच फिल्म में एस पी जयदीप अम्बालाल मजूमदार (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) की एंट्री होती है जो शराब व्यापारियों पर कार्यवाही करता है, लेकिन इस सब के बीच क्या रईस एस पी से बच पाएगा? और फिल्म में आगे क्या मौड़ आएँगे, इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.
अभिनय:
फिल्म में शाहरुख़ खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने अभिनय से जान डाल दी है. इस फील में आपको शाहरुख़ खान की डेयरिंग से भरी अदाकारी देखने को मिलेगी. इनके अलावा सह कलाकार मोहम्मद जीशान अयूब, अतुल कुलकर्णी इत्यादि ने भी अच्छा काम किया है. हालाँकि फिल्म में आपको माहिरा खान का अभिनय जरूर निराश करेगा.
संगीत:
फिल्म का संगीत आपको 80 के दशक में ले जाएगा. ‘लैला मैं लैला वाला’ उड़ी उड़ी जाए’, ‘जालिमा’ जैसे गीत पहले ही काफी फेमस हो चुके है. फिल्म का संगीत काफी अच्छा है.
क्यों देखें:
फिल्म की कहानी में कुछ न्य नहीं है, लेकिन शाहरुख़ खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने अभिनय से साधारण कहानी को भी लाजवाब बना दिया है. फिल्म का पहला हाफ अच्छा है, लेकिन सेकंड हाफ कहीं-कहीं खिंचा हुआ लगता है, जिसे और भी बेहतर किया जाता तो फिल्म और ज्यादा दिलचस्प हो जाती. शाहरुख़ खान के फैंस के लिए यह फुल पैसा वसूल मूवी है. अगर आप शाहरुख़ के प्रशंसक नहीं हो तो भी एक बार तो यह फिल्म देख ही सकते है. इस फिल्म को हम 3.5 स्टार देंगे.