कांग्रेस ने खुदरा मुद्रास्फीति की दर के 7.35 फीसदी तक पहुंच जाने को लेकर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस मामले पर प्रधानमंत्री जवाब दें तथा सर्वदलीय बैठक बुलाकर मंहगाई कम करने की रूपरेखा बताएं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि ‘शासन नहीं विभाजन’ भाजपा का नया नारा बन गया है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी के रूप में देश को दो बड़े धोखे दिए हैं। खाने पीने की वस्तुएं महंगी हो गई हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते थे अबकी बार महंगाई पर वार, अब वह चुप बैठे हैं।
उन्होंने दावा किया कि महंगाई डायन की तरह बढ़ती जा रही है। सब्जी के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं कि वह लोगों की पहुंच से बाहर हो गई है। अब तो ऐसा लगता है कि शाकाहारी होना पाप हो गया है। गरीब आदमी की जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। देश की गृहणियों के लिए और भी मुश्किल हो गई है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पिछले एक साल में 50 लाख नौकरियां चली गई है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि डायन महंगाई ने आम आदमी का बजट बिगड़ दिया है। सिर्फ भाजपा की आय में 1450 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शासन नहीं, अब विभाजन कर रहे हैं। भाजपा का नारा शासन नहीं, विभाजन है।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री तत्काल विपक्षी दलों की बैठक बुलाएं और देश को विश्वास में लें। वह बताएं कि 30 दिन में महंगाई कम करने की रूपरेखा क्या है। गौरतलब है कि खुदरा मुद्रास्फीति की दर दिसंबर, 2019 में जोरदार तेजी के साथ 7.35 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई है। यह भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से कहीं अधिक है। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति में उछाल आया है।