देश के बड़े समाजवादी नेता शरद यादव के देहांत पर पूरे देश में शोक लहर दौड़ गई है। शरद यादव अतिम दिनों में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ थे। हाल ही में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय RJD में कर दिया था। शरद यादव के देहांत पर लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव सहित सभी नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। JDU संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी उनके निधन पर संवेदना प्रकट की है। इसके साथ ही कुशवाहा ने नाम लिए बगैर लालू यादव और नीतीश कुमार पर हमला भी बोला है।
कुशवाहा ने शरद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, उनके देहांत से इतना बड़ा नुकसान हुआ है, इतनी बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई कोई भी नहीं कर सकता है। वह देश में सामाजिक न्याय का एक केंद्र बन गए थे। अब उनके जाने के बाद कोई केंद्र शेष नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, शरद यादव ने सदैव दलितों और वंचितों के लिए संघर्ष किया। मगर, उनका अंत जिस प्रकार हुआ, वह और हाल के दिनों में जिस तरह से मानसिक स्थिति उनकी बन गई थी, वह बेहद दुखद थी। ईश्वर किसी को ऐसा अंत ना दे। शरद यादव ने सियासी रूप से जिन लोगों को संघर्ष कर बढ़ाया, उन लोगों ने ही उनका आखिरी समय में साथ छोड़ दिया था। उनसे अंतिम समय में वो लोग बात भी नहीं करते थे।
कुशवाहा ने कहा कि, शरद यादव को इस बात का मलाल था कि, बीते कुछ दिनों से उनका हाल-खबर लेने वाला भी कोई नहीं है। कुशवाहा ने इशारों इशारों में अपने ही पार्टी के नेताओं पर हमला बोला। उनका निशाना सीएम नीतीश कुमार की ओर था। दरअसल, शरद यादव JDU से निकाले जाने के बाद सियासी तौर पर हाशिए पर थे। JDU ने राज्यसभा सचिवालय में शिकायत करके उन्हें उच्च सदन से भी बेदखल कर दिया था। तब शरद यादव के राज्यसभा कार्यकाल पांच वर्ष बचे हुए थे।