अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पीटर नवारो ने कहा है कि अमेरिका को भारत के साथ ‘अनुचित व्यापार’ करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन भारत जरूर अमेरिकी बाजारों तक पहुंच बनाने के लिए बेचैन है। पिछले कुछ हफ्तों में, पीटर नवारो ने भारत के खिलाफ जमकर बयानबाजी की है। नवारो ने भारत पर रूस का तेल कम कीमत पर खरीदकर मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है।
पीटर नवारो ने फिर उगला भारत के खिलाफ जहर
पीटर नवारो ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘अमेरिका को भारत के साथ अनुचित व्यापार करने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन भारत को अमेरिकी बाज़ारों तक पहुंच की सख्त जरूरत है और वह अमेरिकी नौकरियां छीनता रहेगा।’ नवारो ने एक बार फिर भारत पर रूस-यूक्रेन युद्ध को वित्तपोषित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘भारत रूस के यूक्रेन युद्ध को ईंधन देता है। भारत संरक्षणवादी है और उसके टैरिफ आसमान छू रहे हैं। अमेरिका का भारत के साथ भारी व्यापार घाटा है।’ पीटर नवारो की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब भारत और अमेरिका के संबंध एक बार फिर से पटरी पर आते दिखाई दे रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ की है और पीएम मोदी ने भी दोनों देशों के संबंधों को खास बताया है।
अमेरिकी विशेषज्ञों ने ही दिखाया आईना
पीटर नवारो को अमेरिकी विशेषज्ञों ने ही आईना दिखाया है। अमेरिका के ऊर्जा और भूराजनीतिक विशेषज्ञ डेविड गोल्डविन ने कहा है कि पीटर नवारो एक कम समझ वाले राजनयिक हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में गोल्डविन ने कहा कि ‘पीटर नवारो को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। उनकी जानकारी सीमित है और अगर राष्ट्रपति उनसे सलाह लेते हैं तो इसका मतलब है कि उनकी जानकारी भी सीमित ही होगी। मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है और अगर हम टीवी पर पीटर नवारो को देखना बंद कर दें तो मुझे लगता है कि हम सही रास्ते पर हैं।’