गणतंत्र दिवस से ठीक एक दिन पहले अगवा किए गए विहान गुप्ता के सकुशल घर आने से पीड़ित परिवार बेहद खुश है। बच्चे के पिता सन्नी गुप्ता ने खबर प्रकाशित नहीं करने को लेकर मीडिया संस्थानों के साथ को भी धन्यवाद कहा।बच्चे की सुरक्षा को देखते अमर उजाला ने बच्चे के अपहरण वाले दिन खबर प्रकाशित नहीं की थी। बच्चे के पिता ने मीडिया के इस कदम को खूब सराहा।
साथ ही पुलिस को धन्यवाद देते हुए कि उन्हें शुरू से ही भरोसा था कि पुलिस उनके बच्चे को सकुशल बरामद कर लेगी। स्कूल वैन के ड्राइवर को गोली मारकर 25 जनवरी को दिनदहाडे़ विहान गुप्ता का अपहरण कर लिया गया था।
अगले दिन गणतंत्र दिवस था। दिल्ली में 10 आसियान देशों के प्रतिनिधि पहुंचाने वाले थे। दिल्ली में हाईअलर्ट थी। ऐसे में गोली मारकर बच्चे केअपहरण की खबर मीडिया संस्थानों तक पहुंच गई थी।
पुलिस ने की थी रिक्वेस्ट
कुछ न्यूज चैनलों ने मौके से लाइव करना शुरू कर दिया था। उस समय दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बच्चे की सुरक्षा का हवाला देकर मीडिया में खबर नहीं दिखाने और छापने का अनुरोध किया था।
बच्चे की सुरक्षा को देखते हुए अमर उजाला ने भी खबर को प्रकाशित नहीं किया था। हालांकि कुछेक हिंदी व अंग्रेजी अखबारों ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
विहान गुप्ता के पिता सन्नी गुप्ता ने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि मीडिया ने खबर को छिपाकर अच्छा काम किया है। अन्यथा बदमाश उसके बेटे को नुकसान पहुंचा सकते थे।
सन्नी गुप्ता ने कहा कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों ने उसे व उसके परिवार को भरोसा दिलाया था कि वह उनके बच्चे को सकुशल वापस लाकर देंगे।
कौन है विहान और क्या था पूरा मामला…
मासूम विहान अपने परिवार के साथ 58, गली नंबर-3 न्यू मॉर्डन शाहदरा में रहता है। इसके परिवार में पिता सन्नी गुप्ता, मां और सात साल की एक बहन के अलावा दादा अशोक गुप्ता व अन्य सदस्य हैं।
सन्नी का अपने पिता के साथ प्लास्टिक व डिस्पोजल आइटम का बड़ा कारोबार है। विहान आनंद विहार स्थित विवेकानंद स्कूल में नर्सरी कक्षा का छात्र है।
गत 25 जनवरी को सुबह 7.30 बजे पिता ने उसे व उसकी बहन को बस बिठाया और फिर घर आ गए। इधर 7.35 बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने इहबास अस्पताल के सामने जबरन स्कूल बस रुकवाई।
अंदर घुसते ही बदमाशों ने विहान को आवाज लगाई। एक बदमाश ने बस चालक को गोली मार दी। बाद में वह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मासूम को अपनी बाइक पर बिठाकर ले गए।