मौजूदा समय में टाटा ग्रुप की विस्तारा एयरलाइन संकट से गुजर रही है। वेतन संशोधन को लेकर विस्तारा के अधिकारियों का विरोध जारी रहने के कारण 15 पायलटों ने नौकरी छोड़ दी। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि विस्तारा के पायलटों का एक वर्ग वेतन संशोधन के खिलाफ विरोध जारी रखे हुए हैं। विस्तारा के प्रवक्ता ने इस्तीफों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
विस्तारा में अधिकारियों को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। वेतन संशोधन को लेकर विस्तारा के अधिकारियों का विरोध जारी रहने के कारण 15 पायलटों ने नौकरी छोड़ दी। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि विस्तारा के पायलटों का एक वर्ग वेतन संशोधन के खिलाफ विरोध जारी रखे हुए हैं।
कई पायलट बीमार
एयरलाइन प्रतिदिन 300 से कुछ अधिक उड़ानें संचालित करती है और इसके पास 70 विमानों का बेड़ा है जिसमें A320-परिवार के विमान और बोइंग 787 शामिल हैं। पिछले कुछ हफ्तों से, टाटा समूह की एयरलाइन पायलटों के बीच बढ़ते असंतोष से जूझ रही है, इसके A320 बेड़े के कई पायलट बीमार बताए जा रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि कम से कम 15 वरिष्ठ पायलटों ने विस्तारा से इस्तीफा दे दिया है। वहीं विस्तारा के प्रवक्ता ने इस्तीफों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। एयरलाइन में लगभग 800 पायलट हैं और इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ प्रथम अधिकारियों ने अपना कनवर्जन प्रशिक्षण पूरा कर लिया था जिससे उन्हें वाइड-बॉडी बोइंग 787 विमानों को संचालित करने की अनुमति मिली।
एयरलाइन ने अपने पायलटों के लिए नए अनुबंध पेश किए
सूत्रों ने बताया कि हालांकि, उन्हें 787 विमान उड़ाने की ड्यूटी नहीं मिली। एयरलाइन ने अपने पायलटों के लिए नए अनुबंध पेश किए हैं जो एयर इंडिया के पायलटों के साथ वेतन समानता लाना चाहते हैं। बता दें कि विस्तारा एयर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया में है।
डीजीसीए मामले पर नजर बनाए हुए है
कंपनी की तरफ से स्थिति को संभालने के लिए कई कोशिशें की जा रही हैं लेकिन हालात अस्थिर हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की एजेंसी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी से रोजाना की रिपोर्ट मांगी हैं जिसमें रोजाना रद्द होने वाली उड़ानों या उड़ान सेवा में विलंब होने को लेकर जानकारी देनी है।