वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हारकर टीम इंडिया का सफर खत्म हो गया। निश्चित तौर पर ये भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का वर्ल्ड कप का आखिरी मुकाबला रहा। 38 वर्ष के महेंद्र सिंह धोनी अब अगले विश्व कप में टीम इंडिया की नीली जर्सी पहने शायद ही नजर आएं। अब अगले विश्व कप में सात नंबर की नीली जर्सी शायद ही क्रिकेट फैंस को देखने को मिले।कयास ये लगाया जा रहा था कि इस विश्व कप के आखिरी मैच (टीम इंडिया के लिए) के बाद धोनी संन्यास की घोषणा कर देंगे, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। मैच के बाद विराट से पूछा गया कि धोनी ने अपने संन्यास को लेकर आपसे कुछ बात ही है उस पर विराट ने कहा कि इस बारे में मुझे उन्होंने कुछ भी नहीं बताया। यानी अभी धोनी भारतीय टीम के लिए खेलते रहेंगे ऐसी उम्मीद है।
काम नहीं आई धोनी की कोशिश
धोनी ने विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल मैच में 72 गेंदों पर 52 रन की पारी खेली। उनकी ये पारी टीम के लिए बेहद अहम रही क्योंकि उस परिस्थिति में शायद ही इससे अच्छी बल्लेबाजी कोई कर सकता था। उन्होंने सातवें विकेट के लिए जडेजा के साथ 116 रन की साझेदारी करके टीम को जीत के करीब ला दिया था, लेकिन वो खुद ही रन आउट हो गए और भारत की उम्मीदें खत्म हो गई। धोनी का ये विश्व कप का आखिरी मैच साबित हो सकता है क्योंकि 38 वर्ष के धोनी अगले विश्व कप तक 42 वर्ष के हो जाएंगे और शायद ही भारत की तरफ से खेल पाएंगे।
विश्व कप 2019 में धोनी का प्रदर्शन
इस विश्व कप में धोनी का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। बल्लेबाजी में उन्होंने टीम के लिए अहम मौकों पर रन बनाए। इस वर्ल्ड कप में धोनी ने नौ मैचों में 45.50 की औसत से 273 रन बनाए। इसमें दो अर्धशतक भी शामिल थे। इस टूर्नामेंट में उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 56 रन रहा था। विकेटकीपिंग की बात करें तो उन्होंने नौ मैचों में दस शिकार किए जिसमें सात कैच आउट और तीन स्टंपिंग शामिल रहा।
लगातार दूसरे विश्व कप में रन आउट हुए धोनी
महेंद्र सिंह धोनी इस विश्व कप में 50 रन बनाकर रन आउट हो गए। इससे पहले भी वो विश्व कप सेमीफाइनल में रन आउट हो चुके हैं। वो दुनिया के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जो विश्व कप सेमीफाइनल में दो बार रन आउट हुए हैं। इस विश्व कप में धोनी को 50 रन पर मार्टिन गप्टिल ने रन आउट किया था।