झारखंड में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद झारखंड विकास मोर्चा ने भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया है. झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि चुनाव के पहले ही बीजेपी डरी और सहमी हुई है.
इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी ने ये भी कहा है कि उनकी पार्टी विपक्षी दलों के महागठबंधन में शमिल नहीं होगी और अकेले चुनाव लड़ेगी. हालांकि, चुनाव बाद के गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मैंने प्रयास किया कि गठबंधन बना रहे, लेकिन सभी पार्टियों की सीटों को लेकर अपनी-अपनी समस्याएं हैं. उन्होंने कहा कि यह छोटा राज्य है, कम सीटें हैं और दावेदार अधिक हैं. ऐसे में गठबंधन संभव होता नहीं दिख रहा था. इसके बाद हमने ‘एकला चलो रे’ की राह को अपनाते हुए अकेले ही लड़ने का फैसला किया.
कभी बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे मरांडी ने कहा, ‘अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की इतनी ही लोकप्रियता है तो अपनी ही पार्टी के किसी कार्यकर्ता को टिकट देकर चुनाव जिताते, दूसरी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की क्या जरूरत थी.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी जितने भी विधायकों को अपने पाले में लाई है, उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा तक नहीं दिया है, जो कानून के खिलाफ है.