राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र की जनता को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले लिखे गए पत्र में लोगों से गद्दारों से सवाधान रहने की अपील की।
इससे पहले शरद पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके भाजपा सहयोगियों पर आगामी विधानसभा चुनावों को ‘वोट जिहाद’ का मुद्दा उठाकर धार्मिक रंग देने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए 83 साल के राजनेता ने उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार की टिप्पणी पर जवाब देने का काम लोगों पर छोड़ दिया। दरअसल, अजित ने कहा था कि शरद पवार के बाद नेतृत्व की अगली पंक्ति में वे होंगे।
पवार ने फडणवीस को घेरा
इससे पहले भाजपा नीत महायुति सरकार के खिलाफ एक इस्लामिक नेता की ओर से ‘वोट जिहाद’ की कथित अपील का जिक्र करते हुए फडणवीस ने शुक्रवार को इसका मुकाबला करने के लिए ‘वोटों का धर्मयुद्ध’ करने का आह्वान किया था। मतदाताओं से फडणवीस की अपील के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि यह भाजपा नेता ही थे, जिन्होंने ‘वोट जिहाद’ का मुद्दा उठाया था।
फडणवीस ने क्या कहा था?
20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पुणे के खड़कवासला में शुक्रवार को एक रैली के दौरान फडणवीस ने इस्लामिक नेता सज्जाद नोमानी का एक वीडियो का हवाला देकर दावा किया कि ‘वोट जिहाद’ का नारा लगाया गया था। इस पर उन्होंने कहा था कि अगर ‘वोट जिहाद’ होने वाला है, तो हमें वोटों का ‘धर्मयुद्ध’ भी लड़ना होगा।
‘बंटेंगे तो कटेंगे’ हकीकत है: भाजपा नेता विनोद तावड़े
इससे पहले भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी चुनाव-प्रचार अभियान के दौरान उनकी पार्टी द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ एक हकीकत है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों में अक्सर इस नारे का इस्तेमाल किया है। भाजपा की राज्य ईकाई की नेता पंकजा मुंडे और अशोक चव्हाण ने कहा कि कथित सांप्रदायिक रंग वाला ऐसा संदेश महाराष्ट्र में उचित नहीं है। तावड़े ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि बटेंगे तो कटेंगे हकीकत है।