विदेश मंत्री एस जयशंकर आज दो दिवसीय यात्रा पर ईरान जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने इस आशय की जानकारी दी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जयशंकर भारत और ईरान के 19वें संयुक्त आयोग की बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक की सह अध्यक्षता जयशंकर और ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ करेंगे।
अपनी इस यात्रा पर जयशंकर ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
जयशंकर की ईरान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह पर प्रतिबंध को लेकर भारत को थोड़ी छूट दी है। यह बंदरगाह भारत, ईरान और अफगानिस्तान संयुक्त रूप से मिलकर विकसित कर रहे हैं। बंदरगाह लंबे समय से युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान के विकास के लिए काफी मददगार साबित होगा।
भारत अफगानिस्तान में मानवीय सहायता में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। अमेरिका ईरान स्थित इस बंदरगाह को सामरिक रूप से भी अहम मानता है। इतना ही नहीं, मध्य एशियाई देशों में व्यापार के लिहाज से भी यह सुनहरे अवसर पैदा करेगा।
ईरान के अलावा विदेश मंत्री जयशंकर ओमान भी जाएंगे। ओमान की उनकी दो दिवसीय यात्रा 23 से शुरू हो रही है। ओमान के विदेश मंत्री यूसुफ बिन अलावी बिन अब्दुल्ला ने जयशंकर को निमंत्रण दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ओमान की यात्रा के दौरान जयशंकर दूसरे नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इस दौरान व्यापार और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा समुद्री परिवहन के क्षेत्र में एक समझौते पर करार होगा।