नशे की लत का शिकार पंजाब के युवक विदेशों में जाकर भी नशे से दूर नहीं हो पा रहे हैं. पंजाब की गैर सरकारी संस्था डॉन आरआर ने खुलासा किया है कि फ्रांस में रह रहे पंजाब के करीब 250 लोग नशे की दलदल में फंसे हुए हैं. इन नशेड़ियों को फ्रांस की सड़कों और गलियों में इधर-उधर पड़े देखा जा सकता है.
संस्था के अध्यक्ष इकबाल सिंह के मुताबिक फ्रांस में रह रहे नशेड़ी युवकों के पास कोई आइडेंटिफिकेशन प्रमाण पत्र नहीं है. फ्रांस की सड़कों पर रहने और सोने वाले पंचायत के युवक अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार भी हो जाते हैं.
इकबाल सिंह के मुताबिक वर्ष 2003 से अब तक उनकी संस्था फ्रांस में नशे से मरे 117 युवकों के शव भारत ला चुकी है.
डॉन आरआर संस्था के मुताबिक हाल ही पंजाब के चार नशेड़ी युवक नशे के कारण अपनी जान गवा बैठे. इनकी पहचान होशियारपुर के गुरमुख सिंह उर्फ गोमा, परमजीत सिंह बजरोर, कपूरथला के हरजिंदर सिंह जिंदा और नवांशहर के वीरेंद्र कुमार के रूप में हुई है.
डॉन आरआर संस्था के मुताबिक पंजाब के बेरोजगार नौजवान ट्रेवल एजेंट के चंगुल में फंस कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. उनको अपने जाल में फंसा कर गैरकानूनी तरीके से विदेश भेजा जाता है, जहां रोजगार ना मिलने के कारण व तनाव और नशे की लत में पड़ जाते हैं.
डॉन आरआर संस्था ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह पेरिस स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों के जरिए फ्रांस में फंसे नशे का शिकार हुए पंजाब के युवकों की पहचान करके उनको वापस भारत लाने में मदद करें.