विश्वनाथ धाम की पहली वर्षगांठ मंगलवार को है लेकिन सोमवार के शाम से ही धाम परिसर की भव्यता आकर्षक सजावट से बढ़ गई। सुगंधित पुष्पों की महक पूरे परिसर समेत विश्वनाथ मंदिर के स्वर्णिम शिखर के आगे अनंत आकाश को सम्मोहित कर रही थी। दूसरी ओर ललिता घाट के गंगा द्वार समेत आसपास के घाटों पर भी उत्सवी सजावट की गई है।
विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सुबह 11 बजे से 11 ब्राह्मण हवन-पूजन करेंगे। दोपहर में आयोजित संगोष्ठी में विश्वनाथ धाम के वैश्विक पटल पर विस्तार विषय पर धर्म, शिक्षा व संस्कृति से जुड़े विद्वतजन विचार रखेंगे। शाम पांच बजे से मंदिर चौक में प्रख्यात गायिका अनुराधा पौडवाल की सांस्कृतिक संध्या सजेगी, जो रात आठ बजे तक चलेगी। संगीत संध्या में कई स्थानीय कलाकार भी नजर आएंगे।
समापन पर वैदिक ब्राह्मणों, अर्चकों और सेवादारों को सम्मानित भी किया जाएगा। बाबा का दर्शन-पूजन करने पहुंचने वाले लोगों को विशेष प्रसाद वितरित किया जाएगा। शिव बारात समिति की ओर से दोपहर 12 बजे से मैदागिन से शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जो डेढसी पुल तक जाएगी। शोभा यात्रा में भारत का स्वरूप दिखाई देगा। इसमें काशी के साहित्यकार, वकील, डॉक्टर के साथ आसाम, सोनभद्र, बुंदेलखंड के लोक कलाकार भी शामिल होंगे। प्रथम वार्षिकोत्सव पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए सभी प्रवेश द्वारों से लेकर परिसर तक में बैरिकेडिंग, कैनोपी व मैट लगाने काम देर रात तक होता रहा।