शहर में बलिया स्थित दीवानी न्यायालय परिसर के दो न्यायालयों में रविवार तड़के तीन बजे अज्ञात कारणों से आग लग गई। पांच दमकलों ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जिला जज सहित अन्य न्यायिक अधिकारी व एसपी, एएसपी भी मौके पर पहुंच गए थे। घटना की जांच के लिए जिला जज ने तीन जजों की कमेटी गठित कर दी है। मामले में दो चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक मजिस्ट्रेट संख्या दो और सिविल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट के कार्यालय में रविवार की भोर में आग लग गई। कर्मचारियों ने तीन बजे इसकी सूचना जिला जज सहित उच्चाधिकारियों तथा अग्निशमन विभाग को दी।
जानकारी लगते ही अग्निशमन की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान दोनों कार्यालयों के काफी कागजात जलकर राख हो गए। वही आग कैसे लगी, कितने का नुकसान हुआ, कौन-कौन सी महत्वपूर्ण फाइलें जल गईं। फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है। घटना की सूचना जिला कोर्ट की ओर से हाईकोर्ट को भी दे दी गई है। जिला जज ने कहा कि न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय के दफ्तर में आग से काफी संख्या में फाइलें जल गईं हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आग के कारणों का पता नहीं चला है। जांच के लिए जजों की तीन सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। आग लगने में प्रथम दृष्टया दो चौकीदारों की लापरवाही की बात सामने आई है, जिस पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। कमरों में करीब 6500 फाइलें थीं, जिनमें से 3000 के लगभग फाइलों को नुकसान होने की आशंका है।