केंद्र सरकार नक्सलवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की तैयारी में है। सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार देश में आंतरिक संघर्षो के स्थायी समाधान को इच्छुक है और वामपंथी चरमपंथियों के खिलाफ कड़ा फैसला लिया जा सकता है।
कोलकाता में नौवें उद्योग रक्षा संबंध सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पिछले साल वुहान शिखर सम्मेलन के बाद से भारत-चीन सीमा पर अपेक्षाकृत शांति कायम है।
केंद्र सरकार नागाओं के साथ वार्ता प्रक्रिया पूरी करने को इच्छुक है और मणिपुर व अरुणाचल प्रदेश पर इसके प्रभाव का आकलन कर रही है। देश की पूर्वी सीमा पर सेना की आवश्यकताओं पर चौहान ने कहा कि हमें रात्रि स्थलों, एरियल व ग्राउंड सर्विलांस प्लेटफॉर्म्स, सड़क निर्माण और संचार उपकरणों की जरूरत है।