गर्मी के मौसम में आपके शरीर को सबसे ज्यादा जरूरत होती है पानी की. लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाती है शरीर में पानी की मात्रा भी कम होने लगती है, जिसके चलते आप लू की चपेट में आने लगते हैं. लेकिन आपके आस-पास ऐसी कई चीजें उपलब्ध हैं जो आपके शरीर में पानी की मात्रा को कम नहीं होने देतीं और शरीर को ठंडा बनाए रखती है. इन्हीं में से एक है लौकी. लौकी में कई तत्व मौजूद होते हैं जो न सिर्फ आपके शरीर में जरूरी तत्वों की कमी पूरी करते हैं बल्कि आपके शरीर को ठंडा रखने में भी आपकी मदद करते हैं. आप लौकी को सब्जी और जूस के तौर पर भी ले सकते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लौकी खाने से बचते हैं. अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो इसके फायदे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है.
ताजगी :
लौकी का रस पीने से शरीर में ताजगी बनी रहती है. लौकी खाने से पेट में भारीपन नहीं रहता, और शरीर में ताजगी बनी रहती है. खुद को तरोताजा रखने के लिए आप हर रोज सुबह लौकी के रस में नमक और जीरामन डालकर पी सकते हैं.
पेट का रोग :
सुबह खाली पेट लौकी का रस पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है. साथ ही ये गर्मी और जलन की समस्या में भी राहत देता है. लंबे समय तक लौकी का रस पीते रहने से पेट संबंधी सामान्य समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो सकती हैं.
दस्त :
लौकी को छांछ या दही में मिलाकर खाने से दस्त में राहत मिलती है. इसके लिए लौकी को कद्दूकस कर पानी में उबालकर इसे दही में मिला लें और इसमें नमक, जीरा पाउडर मिलाकर खाएं. इससे दस्त की समस्या दूर होगी. दस्त के समय शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में लौकी का रायता खाने से शरीर में पानी की कमी भी दूर होगी.
वजन कम करने में सहायक :
लौकी का रस वजन नियंत्रित करने में भी सहायक होता है. लौकी का रस पीने से ज्यादा भूख नहीं लगती जिससे आपकी डाइट कंट्रोल होती है और शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती. इस तरह से आपका वजन अपने आप कंट्रोल होने लगता है.
टायफाइड :
लौकी टायफाइड में भी राहत दिलाती है. इसे काटकर पैरों के तलव में घिसने से टायफाइड में आने वाले बुखार की जलन कम होती है और शरीर को आराम मिलता है.
गर्भावस्था में लाभ :
लौकी का रस गर्भावस्था में काफी लाभ पहुंचाता है. ये गर्भावस्था के दौरान होने वाले विकारों को दूर करता है. जिन स्त्रियों को बार-बार गर्भपात या गर्भस्त्राव की समस्या हो उन्हें भी लौकी का रस जरूर पीना चाहिए. लौकी का रस गर्भाशय को मजबूत बनाता है और गर्भस्त्राव की समस्या को दूर करता है.