लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों को लेकर मची खींचतान अब खत्म होती नजर आ रही है। एनडीए ने सीट शेयरिंग का नया फार्मूला तय कर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कहा जा रहा है कि रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की एनडीए से छुट्टी हो सकती है। यानि, अब एनडीए बगैर कुशवाहा के चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है।
जानकारी के मुताबिक बिहार में भाजपा और जदयू तय सीटों के मुताबिक 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को छह सीटें दी जाएंगी। इस प्रस्तावित फॉर्मूले के मुताबिक आरएलएपी को एनडीए से बाहर जाना होगा।
कुशवाहा ने एनडीए के दो सीटों को ठुकराया
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, रालोसपा ने अभी अपना रूख साफ नहीं किया है कि वो क्या करेंगे? लेकिन, अब उनके महागठबंधन में जाने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। शरद यादव से मुलाकात के बाद रालोसपा ने नई रणनीति तैयार की है जिसके तहत अब कुशवाहा की पार्टी महागठबंधन का हिस्सा हो सकती है। बता दें कि एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा के सामने दो सीटों का प्रस्ताव रखा था, जिसे कुशवाहा ने पहले ही ठुकरा दिया था।
अपनी ताकत को बताते हुए कुशवाहा ने ज्यादा सीटें मांगी थीं और इसके बाद वो लगातार अमित शाह से मिलने की कोशिश करते रहे लेकिन बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें वक्त नहीं दिया। वहीं, सीएम नीतीश द्वारा ‘नीच’ प्रकरण के बाद से कुशवाहा लगातार नीतीश पर हमला बोल रहे थे। ऐसे में ये माना जा रहा है कि एनडीए ने उन्हें अलग करने का मन बना लिया है।
शरद यादव से मिले थे कुशवाहा, महागठबंधन में मांगी छह सीटें
वहीं, अमित शाह से मुलाकात नहीं होने के बाद कुशवाहा शरद यादव से मिले थे, जिसे लेकर लोजपा ने भी उन्हें नसीहत दी थी। कहा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा अब शरद यादव के जरिए महागठबंधन में सम्मानजनक एंट्री चाह रहे हैं। इसी इरादे से उन्होंने सोमवार को नई दिल्ली में शरद से मुलाकात की।
कुशवाहा ने शरद को देश का सबसे बड़ा नेता बताया। बताया जाता है कि कुशवाहा ने शरद के समाने महागठबंधन में अपने लिए छह सीटों की मांग भी रखी। हालांकि, दोनों नेताओं ने इसे सामान्य मुलाकात करार दिया है।
कुशवाहा ने सीएम नीतीश पर लगाए गंभीर आरोप
सीएम नीतीश और कुशवाहा के बीच जुबानी जंग इस स्तर तक बढ़ गई कि उन्होंने नीतीश पर रालोसपा विधायकों को तोड़ने का भी गंभीर आरोप लगा दिया। उपेंद्र कुशवाहा लगातार ट्वीटर के माध्यम से सीएम पर हमला बोल रहे थे। ऐसे में ये अटकलें तेज हो गई थीं कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से अलग हो सकते हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 31 पर एनडीए ने सफलता पाई थी. जिसमें 22 सीटें बीजेपी, 6 सीटें लोजपा और 3 राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी यानी उपेंद्र कुशवाहा को मिली थीं। अकेले चुनाव लड़ रही जेडीयू को महज 2 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।