हाल के दिनों में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप के ऊपर बेनामी संपत्ति अर्जित करने के आरोप को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खामोशी पर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी नेपूछा है कि आखिर काले धन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने वाले नीतीश कुमार अवैध संपत्ति का अंबार खड़ा करने वाले लालू के दोनों बेटों के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत क्यों नहीं दिखा पा रहे हैं?
मोदी ने नीतीश से सवाल पूछा कि आखिर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ वह समझौता क्यों कर रहे हैं? मोदी की माने तो सरकार गिरने और कुर्सी जाने के डर से नीतीश खुद लालू के बेटों पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं और चाहते हैं कि केंद्र सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करे जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे.
सुशील मोदी ने नीतीश से पूछा कि लालू और उनके परिवार का पटना में जो 750 करोड़ का आलीशान मॉल बन रहा है, वह पर्यावरण की नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बन रहा है. फिर भी नीतीश कुमार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. मोदी ने आगे सवाल उठाया की MLA को-ऑपरेटिव के नियमों को ताख पर रखकर लालू ने करीब आधा दर्जन प्लॉट हथिया लिया है, लेकिन इसके बावजूद भी नीतीश कुमार कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं.
मिट्टी घोटाले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि बिना किसी वजह के तेजस्वी यादव के मॉल की मिट्टी को पटना के चिड़ियाघर में खपाया गया और इसके जरिए लाखों की आय अर्जित की गई. मोदी ने सवाल पूछा कि इस पूरे मामले के उजागर होने के बावजूद भी नीतीश कुमार ने तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?
मोदी ने आगे कहा कि स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने औरंगाबाद में अपने नाम से खरीदी गई करोड़ों की 45 डिसमिल जमीन को घोषणापत्र में छुपा लिया. मगर मुख्यमंत्री अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर पाए हैं. गौरतलब है कि सुशील मोदी पिछले 2 महीने से लालू और उनके दोनों बेटों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं और उनके द्वारा आयोजित की गई हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति का दस्तावेज के साथ सबूत पेश कर रहे हैं.