लखनऊ से दिल्ली के बीच पहली हाईस्पीड तेजस ट्रेन चलाने के पहले कई सर्वे हुए। आईआरसीटीसी को ट्रेन चलाने की जिम्मेदारी मिलने के बाद लखनऊ से दिल्ली तक छह लाख लोगों को ई मेल भेजा। लोगों से ट्रेन चलाने के लिए सुझाव मांगे।
इन्हीं के सुझाव पर ट्रेन में यात्री सुविधाएं जोड़ी गई। भविष्य में तेजस ट्रेन को लेकर जैसे जैसे सुझाव आएंगे वैसे-वैसे यात्री सुविधाओं में बदलाव होते रहेंगे।
यह बातें आईआरसीटीसी के प्रमुख एमपी मल ने कहीं। उन्होंने कहा आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक कराने वालों को ई मेल भेजकर जानकारी दी गई और सुझाव मांगे गए।
सुझाव में ट्रेन की समय सारिणी से लेकर किराया और खानपान की बेहतर व्यवस्था को लेकर आए। जिसपर मंथन करते हुए यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने का दावा किया गया है। इस दावे की हकीकत ट्रेन का संचालन अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में शुरू होने के बाद सामने आएगा।
यात्रियों के फीडबैक के बाद और सुधार होगा
तेजस ट्रेन शुरू होने के बाद यात्रियों से तीन माह तक रोजाना फीडबैक लिया जाएगा। ट्रेन संचालन को लेकर यात्रियों की ओर से जो भी फीडबैक आएगा उस पर सुधार की संभावना हमेशा बनी रहेगी। मंगलवार को ट्रेन नहीं चलाने के पीछे कई स्तर पर सर्वे कराया गया। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही सप्ताह में छह दिन तेजस चलाने का निर्णय लिया गया।