यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा का सोमवार से मूल्यांकन कार्य शुरू होना था, लेकिन शिक्षकों ने कोरोना वायरस के भय से मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया। ये हालात तब थे जब रविवार को डीआइओएस ने सभी मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षक कर वहां साफ सफाई की समुचित व्यवस्था करवाई थी। हालांकि अन्य तीन केंद्रों पर शिक्षकों ने मूल्यांकन का कार्य शुरू कर दिया, लेकिन राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में शिक्षकों ने अव्यवस्थाओं का हवाला देकर मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया।
यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटर की परीक्षा की मूल्यांकन कॉपियों के जांचने का कार्य सोमवार से राजधानी में चार केंद्रों पर व्यवस्था की गई थी। इसमें राजकीय जुबली इंटर कॉलेज, हुसैनाबाद इंटर कॉलेज, निशातगंज इंटर कॉलेज और अमीनाबाद इंटर कॉलेज में व्यवस्था की गई थी। रविवार और सोमवार सुबह शिक्षा विभाग की ओर से डीआइओएस ने सभी केंद्रों का निरीक्षण किया था। वहां हर केंद्र में शिक्षकों के बैठने की व्यवस्था, सेनेटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था की थी। साथ ही में हर केंद्र पर फागिंग की भी व्यवस्था की गई थी। सोमवार सुबह हुसैनाबाद इंटर कॉलेज, निशातगंज इंटर कॉलेज और अमीनाबाद इंटर कॉलेज में तो शिक्षकों ने कॉपी जांचने का कार्य शुरू कर दिया, लेकिन जुबिली इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने कापी नहीं जांची।
सफाई व्यवस्था का बुरा हाल, बैठने की भी व्यवस्था उचित नहीं
शिक्षकों का आरोप था कि एक सीट पर तीन से चार शिक्षकों को बैठाया जा रहा है जबकि सरकार ने एक मीटर के फासले की बात कही थी। शिक्षकों के हंगाम के बाद वहां पर माध्यमिक शिक्षक संघ भी पहुंच गया और उन्होंने भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। वहीं मौके पर डीआइओएस मुकेश कुमार सिंह ने शिक्षकों को काफी मनाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माने।