मौसम विभाग के पूर्वानुमान से इतर सोमवार को प्रदेश की राजधानी में प्रदूषण का संकट और गहराया गया। हर तरफ स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, धुंध बढ़ती गई। नतीजा यह रहा कि लखनऊ एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 435 के साथ देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर हो गया। जबकि बागपत और गाजियाबाद 440 के साथ दूसरे, मुरादाबाद और हापुड़ 436 एक्यूआइ संग तीसरे सबसे दूषित शहर रहे। हरियाणा का जींद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां एक्यूआइ 448 रिकॉर्ड हुआ।
सोमवार को सुबह से ही बदली थी। जिसके चलते धुंध छाई थी, आलम यह रहा कि दिन में ही शाम सा नजारा दिखा। चार बजते ही वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ी। सोमवार को एक्यूआइ बीते दिनों का रिकॉर्ड तोड़ 435 के स्तर पर पहुंच गया। यह रविवार के मुकाबले 35 यूनिट ज्यादा रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दिल्ली की ओर से आने वाली हवाएं प्रदूषण बढ़ा रही है। मंगलवार से राहत मिलने के आसार हैं।
पराली जलाने पर एफआइआर: शहीद पथ के पास गोमती नदी के किनारे खेत में किसानों द्वारा पराली को जलाए जाने की शिकायत पर एसडीएम सरोजनीनगर चंदन पटेल ने संबधित किसान पर जुर्माना व एफआइआर के आदेश दिए हैं।