रोडवेज में संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी करने वाले एक संविदा कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि आरोपित कर्मचारी अभी तक 30 से अधिक लोगों से ठगी कर चुका है। आरोपित ने ठगी का शिकार सभी लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिए थे। जिसके बाद ही यह मामला सामने आया।
रोडवेज में निगम ने 2017 में 424 संविदा पदों पर भर्ती शुरू की थी। जिसमें चालक और परिचालक की भर्ती होनी थी। इसी भर्ती की आड़ में रोडवेज में संविदा पर तैनात कर्मचारी धर्मेंद्र निवासी गांव बडल, थाना बुढाना जिला मुजफ्फरनगर, उप्र, हाल निवासी कृष्णानगर गंगनहर कोतवाली ने लोगों को भर्ती कराने का झांसा देकर रकम वसूलनी शुरू कर दी। धर्मेंद्र ने तेज्जूपुर थाना भगवानपुर निवासी श्रवण कुमार से 30 हजार रुपये वसूल लिए। आरोप है कि उसने श्रवण समेत करीब 30 लोगों ने करीब 30 लाख की रकम ऐंठ ली।
इन सभी लोगों ने रकम देने के बाद धर्मेंद्र पर नौकरी के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। जिसके चलते उसने 26 मई 2018 को इन सभी 30 लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब यह सभी लोग नियुक्ति लेने के लिए पहुंचे तो उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी हो सकी। इसके बाद इन सभी लोगों ने धर्मेंद्र की तलाश शुरू की, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया। कई दिन से लोग इसकी तलाश में थे।
इसी बीच उसके बारे में जानकारी मिली तो श्रवण कुमार ने गंगनहर पुलिस को मामले की तहरीर दी। इसके अलावा अन्य कई लोग भी शिकायत लेकर कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने इस मामले में धर्मेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने शुक्रवार को धर्मेंद्र को कृष्णानगर कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। सीओ स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है।