बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप अाैर रेप पीड़िता के पिता की हत्या की जांच सीबीअाई की टीम कर रही है। विधायक अाैर उसके सहयाेगी सलाखाें के पीछे पहुंच चुके हैं। इसी बीच रेप पीड़िता ने सरकार से विधायक काे मृत्यु दंड देने की मांग की है।
11 जून 2017 को पीड़िता गायब हो गई थी। पीड़ित परिवार ने शुभम, अवधेश पर केस दर्ज कराया था। 21 जून को पीड़िता वापस आ गई और 22 जून 2017 काे उसने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराए थे। इस बयान में उसने तीन लोगों के नाम लिए थे लेकिन विधायक का नाम इस बयान में नहीं था।
जून के महीने से शुरू हुई इस वारदात में बड़ा मोड़ तब आया जब जुलाई में पीड़िता ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगा दिया। इसी के बाद विधायक समर्थकों और पीड़ित परिवार के बीच टकराव बढ़ गया। पीड़ित परिवार की अाेर से 22 फरवरी को उन्नाव की जिला अदालत में अर्जी दी गई। अर्जी में एक बार फिर विधायक पर रेप का आरोप लगाया गया।
कहा गया कि आरोपी शुभम की मां शशि उसे नौकरी दिलाने के बहाने विधायक के घर ले गई थी। शशि इन आरोपों से इंकार कर रही हैं। शशि का कहना है कि उनके बेटे शुभम पर पीड़ित ने शादी का दवाब बनाया था और नहीं मानने पर उनके बेटे को फंसा दिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था लेकिन विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसी बीच दबंगों ने 3 अप्रैल को कोर्ट से लौटते ही पीड़िता के पिता को मार-मार कर अधमरा कर दिया। पुलिस ने आर्म्स एक्ट में मुकदमे में उसे जेल भेज दिया। उन्नाव जिला अस्पताल में इलाज के दाैरान पीड़िता के पिता की माैत हाे गई। आठ अप्रैल को पीड़िता ने अपने परिवार के साथ सीएम आवास के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया।
इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। एसअाईटी टीम का गठन कर सीएम ने इसकी जांच के अादेश दिए। फिर इस मामले की जांच सीबीअाई काे साैंप दी गई। सीबीअाई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर काे उनके लखनऊ स्थित अावास से हिरासत में लिया था।