वेनेजुएला में जारी आर्थिक संकट के बीच वहां की जनता की विद्रोह कर दिया है, जिसमें सैनिकों का भी समर्थन है। राजधानी की सड़कों पर करीब 10 हजार लोग उतर आए हैं। लोगों ने सड़कों पर उतरकर सेना के साथ हिंसक झड़पें की। पूर्वी कराकस पर धुआं उठता हुआ देखा गया। बाद में यह दंगे में तब्दील हो गया। इस बीच वर्तमान राष्ट्रपति मादुरो क्यबूा भागने वाले थे। इसके बाद रूस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें रुकने के लिए कहा। सरकार ने कहा है कि उसने सैनिकों के एक छोटे से समूह के विद्रोह को दबा दिया है, लेकिन स्व घोषित राष्ट्रपति जुआन गुएडो के साथ एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध में सत्ता पर पकड़ बनाए रखने में मददगार सैनिकों पर से मादुरो की पकड़ ढीली होने का यह संकेत है। ट्विटर पर मादुरो ने दावा किया है कि सेना प्रमुख ने उन्हें पूरी तरह समर्थन का भरोसा दिया है। वेनेजुएला के सेना प्रमुख ने रक्तपात की चेतावनी दी है। जनरल व्लादिमीर पादरिनो ने कहा कि वह हिंसा के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराते हैं। पादरिनो देश के रक्षा मंत्री भी हैं।

इस बीच राष्ट्रपति निकोलस मादुरो वेनेजुएला से भागने के लिए तैयार थे। जब तक रूस ने हस्तक्षेप नहीं किया और उन्हें रहने के लिए कहा। यह भी दावा किया गया कि कल रात को राष्ट्र की सीक्रेट पुलिस के मुखिया नेता के रूप में बदल दिया गया है।अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पांपिओ ने कहा कि घिर चुके राष्ट्रपति के पास क्यूबा जाने के लिए एक विमान खड़ा था, लेकिन व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें वेनेजुएला में रुकने के लिए मनाया। क्रेमलिन के हस्तक्षेप के बावजूद वेनेजुएला की सीक्रेट पुलिस (SEBIN) के प्रमुख मैनुअल रिकार्डो क्रिस्टोफर फिगुएरा ने कहा कि राजनीति करने के नए तरीके तलाशने का समय आ गया है।
स्वघोषित राष्ट्रपति जुआन गुएडो के पक्ष में देश- अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, अर्जेटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टारिका, ग्वाटेमाला, हुंडुरास, पनामा, पराग्वे, पेरु, कोसवो, यूरोपियन यूनियन 27, आस्ट्रेलिया
राष्ट्रपति मादुरो के समर्थन वाले देश- रूस, बेलारूस, यूनान, चीन, क्यूबा, ईरान, मैक्सिको, तुर्की, सीरिया, वोलिविया, उरुग्वे
मादुरो के लिए सबसे ज्यादा संकट सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों से है। फिगुएरा का यह बयान पांपियो के बयान के बाद आया है। वह हवाना के लिए निकलने वाले थे। जनता के एक गुट के विद्रोह के बाद राष्ट्रपति निकोलस मदुरो का दबाव बढ़ गया है। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने ट्वीट कर अंग्रेजी और स्पेनिश में विपक्ष के लिए ट्रम्प प्रशासन के समर्थन की आवाज उठाई और कहा है कि हम आपके साथ हैं।
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