रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल हमास के बीच चल रहे मौजूदा संघर्ष ने दुनिया को दो हिस्सों में बांट दिया है। पश्चिमी और यूरोपीय देशों ने मिलकर यूक्रेन और इजरायल का समर्थन किया है। संघर्ष की वजह से वैश्विक बाजार में भी काफी उथल-पुथल का दौर जारी है। मोदी सरकार ने शुरुआत से ही लुक ईस्ट पॉलिसी नीति पर जोर दिया है।
कुछ दिनों पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था, “यूरोप को इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा कि यूरोप की समस्याएं दुनिया की समस्याएं हैं लेकिन दुनिया की समस्याएं यूरोप की समस्याएं नहीं हैं।”
यूक्रेन में संघर्ष के बीच रूसी तेल खरीदने के भारत के रुख का बचाव करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने भी इसी तरह का बयान दिया था।
दुनिया यूरोप तक सिमटी नहीं है: सर्गेई लावरोव
वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एस जयशंकर के इस बयान का हवाला देते हुए कहा,”दुनिया यूरोप और पश्चिम तक सिमटी नहीं है। रूसी मंत्री का निशाना अमेरिका और यूरोप पर था। रूसी विदेश मंत्री ने मॉस्को में प्रिमाकोव रीडिंग्स इंटरनेशनल फोरम में यह बात कही।”
दुनिया पश्चिम से कहीं अधिक है: रूसी विदेश मंत्री
रूसी विदेश मंत्रालय ने कार्यक्रम में लावरोव ने कहा,” आज ग्लोबल साउथ और ग्लोबल ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले नए खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक मंच पर कदम रखा है और उनकी संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने कहा,”मैं अपने भारतीय सहयोगी, विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर का हवाला दूंगा उन्होंने कहा था कि दुनिया सिर्फ यूरोप से कहीं अधिक है। स्पष्ट रूप से इस बात का मतलब है कि दुनिया पश्चिम से कहीं अधिक है।
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