राहुल ने राजनीतिक फायदे के लिए बताया गोत्र, लेकिन दांव पड़ा उल्टा : जावडेकर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र पर उठे सियासी बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि राहुल के गोत्र के बारे में बीजेपी ने नहीं पूछा उन्होंने स्वयं राजनीतिक फायदे के लिए अपने गोत्र का प्रचार किया. लेकिन सोशल मीडिया पर जब लोगों ने सवाल पूछना शुरू किया तब उनका दांव उल्टा पड़ गया.

पंचायत आजतक के महामंच के दूसरे सत्र ‘विकास दिलाएगा वोट!’ में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए गोत्र सार्वजनिक किया. उन्होंने अखबारों में छपवाने के लिए इसका प्रचार किया. लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू किए कि जब उनके दादा पारसी थे तब उनका गोत्र दत्तात्रेय कैसे हुआ. तब उनका दांव उलटा पड़ गया. जावडेकर ने स्पष्ट किया कि सवाल वे नहीं उठा रहे हैं सोशल मीडिया पर लोग उठा रहे हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिरों में दर्शन करने पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पूछा कि राहुल के जीवन का सबसे बड़ा दिन क्या था? फिर उन्होंने खुद जवाब देते हुए कहा कि जब वे कांग्रेस के अध्यक्ष बने. लेकिन क्या किसी ने देखा कि उस दिन वे मंदिर गए? जावडेकर ने दावा किया कि उन्होंने पता किया है कि राहुल गांधी अपने अध्यक्ष बनने पर मंदिर नहीं गए. लिहाजा उनकी मंदिर और धर्म में आस्था नहीं है. यह महज चुनावी परिक्रमा है.

कांग्रेस पार्टी के इस तर्क पर कि पहले भी पार्टी अध्यक्ष मंदिर जाते रहे हैं पर बोलते हुए प्रकाश जावडेकर ने कहा कि इंदिरा जी और राजीव जी की बात अलग थी. लेकिन राहुल गांधी अलग हैं और अलग होना भी चाहिए.

गौरतलब है कि राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में पूजा के दौरान बताया कि वह कौल ब्राह्मण हैं और उनका गोत्र दत्तात्रेय है. दरअसल देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र से थे, इसके बाद की वंशावली में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भी जाति कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र दर्ज है.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com