किसान आंदोलन के बीच राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अपनी सियासी जमीन तलाशने में जुटा हुआ है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की महापंचायतों में जुट रही भीड़ को साधने के साथ ही गांव-गांव घूमकर जनता को पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह के जन्मदिन पर आज रालोद नेता ‘चलो गांव की ओर’ अभियान की शुरुआत करेंगे।
दिल्ली में 26 जनवरी की घटना के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर जो कुछ हुआ उसके बाद से राजनीति गरमाई हुई है। मुजफ्फरनगर की महापंचायत के बाद रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ पंचायतें कर रहे हैं और इनमें भीड़ भी खूब उमड़ रही है।
शामली के गांव भैंसवाल में पांच फरवरी को हुई महापंचायत में भी भारी भीड़ उमड़ी थी। पंचायतों में मिल रहे जनसमर्थन को बनाए रखने और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए रालोद ने गांव-गांव और घर-घर तक जाने का खाका तैयार किया है।
रालोद नेता पार्टी मुखिया चौधरी अजित सिंह के जन्मदिन यानी 12 फरवरी से ‘चलो गांव की ओर’ अभियान की शुरुआत करेंगे। रालोद जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन ने बताया कि 18 फरवरी तक चलने वाले अभियान में घर-घर तक जाने की कोशिश होगी। रालोद नेताओं की कमेटियां बना दी गईं हैं। रालोद नेता गांवों में बैठकें करने के साथ ही चौधरी अजित सिंह का संदेश पढ़कर सुनाएंगे और पर्चे वितरित करेंगे।
चलो गांव की ओर अभियान के तहत चौधरी अजित सिंह की ओर से प्रकाशित कराए गए पर्चों का वितरण किया जाएगा। इसमें रालोद की यात्रा के साथ ही चौधरी अजित सिंह के द्वारा किसानों हित में किए गए कार्यों का जिक्र है। पर्चों में लिखा गया है कि सरकार कुछ पूंजीपतियों का हित साधने को किसानों से खुला युद्ध लड़ रही है। कभी उन्हें उग्रवादी तो कभी आंदोलनजीवी बताया जा रहा है। सरकार किसानों के दर्द का मजाक बना रही है।
रालोद मुुखिया चौधरी अजित सिंह के जन्मदिवस पर आज रालोद कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बड़ी संख्या में रालोद नेता पार्टी कार्यालय पर जुटेंगे। जन्मदिन कार्यक्रम में देश और प्रदेश के वर्तमान हालात और किसान आंदोलन पर भी चर्चा की जाएगी।