नोटबंदी को लेकर राज्यसभा में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष की मांग के आगे झुकते हुए पीएम मोदी राज्यसभा और इसके बाद नोटबंदी पर बहस शुरू हुई। विपक्ष की तरफ से इस बहस की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की।
विपक्ष की तरफ से सदन के नेता प्रतिपक्ष गुलाब नबी आजाद और मायावती ने मांग की थी कि लंच के बाद भी मोदी की इस बहस में भागीदारी करें। लेकिन जब लंच के बाद मोदी यहां नहीं पहुंचे तो सभी विपक्षी पार्टियों ने एकमत से इस बात का विरोध किया।
इस पर सरकार की तरफ से पक्ष रखते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पीएम लगातार बहस में नहीं बैठ सकते। यह कोई नियम नहीं। उनके इस बयान के बाद हंगामा होना शुरू हो गया और सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थिगित कर दी गई।
नोटबंदी पर विपक्षी दलों के हंगामे के बीच संसद की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष नियम 56 के तहत चर्चा की मांग पर उड़ा है जिसमें वोटिंग का प्रावधान है जबकि सरकार नियम 193 के तहत चर्चा के लिए तैयार है। लंच के बाद पीएम मोदी नहीं तो विपक्ष ने हंगामा किया।
– पीएम मोदी की गैरमौजूदगी पर हंगामा हुआ, राज्यसभा 3 बजे तक के लिए स्थगित हुई।
-पीएम मोदी के लंच के बाद राज्यसभा में न आने पर सदन में बिफरा विपक्ष, सरकार ने कहा कि सदन की परंपरा के अनुकूल ही पीएम चर्चा में भाग लेंगे।
-राज्यसभा का कार्यवाही शुरू हुई लेकिन लंच के बाद सदन में नहीं आए पीएम मोदी
– राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित हुई।
-टीएमसी सांसद ने पूछा- प्लान सीक्रेट था तो पहले 100 रुपए के नोट क्यों नहीं छपवाए?
– ब्राईन ने कहा, हम लोगों के मुद्दे के लिए लड़ रहे हैं, नोटबंदी का विरोध करने का मतलब ये नहीं है कि हम काले धन का समर्थन कर रहे हैं।
-डेरेक ओ ब्राईन ने कहा कि ममता बनर्जी ने नोटबंदी को बिग ब्लैक स्कैंडल कहा है। हर कोई ब्लैक मनी और करप्शन के खिलाफ है लेकिन केवल नोटबंदी से यह समस्या खत्म नहीं होने वाली है, ब्लैक मनी का केवल 6 प्रतिशत ही कैश में है।
– राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्राईन ने कहा, ‘हम भी चाहते हैं कि कैशलेश सोसाइटी हो लेकिन अभी मौजूदा स्थिति ऐसी नहीं है। लाखों लोगों के पास डेबिट कार्ड नहीं है, प्लास्टिक मनी नहीं है।’
– जेएनयू छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने नियम 377 के तहत लोकसभा में नोटिस दिया।
– सपा सांसद ने कहा- सरकार रोज नई-नई घोषणाओं कर देती है और बैंक यह कहकर लोगों को मना कर देते हैं कि उनके पास रिजर्व बैंक का ऐसा कोई सर्कुलर नहीं आया।
-सपा सांसद रामनरेश अग्रवाल ने कहा- प्रशंसा जब चाटुकारिता में बदले तो समझो कुछ गड़बड़ हैं, लेकिन अब ऐसा हो रहा है। मीडिया पर भी इमरजेंसी लगा दी गई है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी पर 60-65 लोग मर चुके हैं, इससे कमजोर तबके का करेंसी और बैंकिंग सिस्टम मे भरोसा कम हुआ है।
मनमोहन सिंह ने कहा- पीएम ने 50 दिन मांगे लेकिन गरीब लोगों के लिए इतने दिन भी घातक ही हैं।
-राज्यसभा में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भाषण के साथ चर्चा शुरू हुई।
-नोटबंदी पर हंगामे के बाद राज्यसभा पहुंचे पीएम मोदी।
– लोकसभा में सपा सांसद अक्षय यादव ने स्पीकर की टेबल पर फेंके कागज, सदन स्थगित हुआ।
– बसपा सुप्रीमो और राज्यसभा साांसद मायावती ने कहा है कि पीएम मोदी को संसद में आकर विपक्ष की बात सुननी चाहिए, वह सदन से भाग क्यों रहे हैं?
– पीएम मोदी के न आने पर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा हुआ।
-कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने मांग रखी है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को सदन में बोलने की अनुमति दी जाए।
-राज्यसभा में सत्ता और विपक्ष अपने -अपने हिसाब से चर्चा की मांग कर रहे थे।
– सूत्रों का कहना है कि विपक्ष ने बैठक कर निर्णय लिया है कि 28 नवंबर तक सरकार के साथ बातचीत नहीं की जाएगी।
– विपक्ष ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार किया।
-संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चैंबर में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, वैंकेया नायडू और अनंत कुमार समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे।
-बीजेपी सांसद अनंत कुमार ने कहा कि हम सभी दलों को समान तवज्जो दे रहे हैं।
– गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। संसद चलने देने पर सहमति बनाने की कोशिश की।
इस पर सरकार की तरफ से पक्ष रखते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पीएम लगातार बहस में नहीं बैठ सकते। यह कोई नियम नहीं। उनके इस बयान के बाद हंगामा होना शुरू हो गया और सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थिगित कर दी गई।
नोटबंदी पर विपक्षी दलों के हंगामे के बीच संसद की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष नियम 56 के तहत चर्चा की मांग पर उड़ा है जिसमें वोटिंग का प्रावधान है जबकि सरकार नियम 193 के तहत चर्चा के लिए तैयार है। लंच के बाद पीएम मोदी नहीं तो विपक्ष ने हंगामा किया।
– पीएम मोदी की गैरमौजूदगी पर हंगामा हुआ, राज्यसभा 3 बजे तक के लिए स्थगित हुई।
-पीएम मोदी के लंच के बाद राज्यसभा में न आने पर सदन में बिफरा विपक्ष, सरकार ने कहा कि सदन की परंपरा के अनुकूल ही पीएम चर्चा में भाग लेंगे।
-राज्यसभा का कार्यवाही शुरू हुई लेकिन लंच के बाद सदन में नहीं आए पीएम मोदी
– राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित हुई।
-टीएमसी सांसद ने पूछा- प्लान सीक्रेट था तो पहले 100 रुपए के नोट क्यों नहीं छपवाए?
– ब्राईन ने कहा, हम लोगों के मुद्दे के लिए लड़ रहे हैं, नोटबंदी का विरोध करने का मतलब ये नहीं है कि हम काले धन का समर्थन कर रहे हैं।
-डेरेक ओ ब्राईन ने कहा कि ममता बनर्जी ने नोटबंदी को बिग ब्लैक स्कैंडल कहा है। हर कोई ब्लैक मनी और करप्शन के खिलाफ है लेकिन केवल नोटबंदी से यह समस्या खत्म नहीं होने वाली है, ब्लैक मनी का केवल 6 प्रतिशत ही कैश में है।
– राज्यसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्राईन ने कहा, ‘हम भी चाहते हैं कि कैशलेश सोसाइटी हो लेकिन अभी मौजूदा स्थिति ऐसी नहीं है। लाखों लोगों के पास डेबिट कार्ड नहीं है, प्लास्टिक मनी नहीं है।’
– जेएनयू छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने नियम 377 के तहत लोकसभा में नोटिस दिया।
– सपा सांसद ने कहा- सरकार रोज नई-नई घोषणाओं कर देती है और बैंक यह कहकर लोगों को मना कर देते हैं कि उनके पास रिजर्व बैंक का ऐसा कोई सर्कुलर नहीं आया।
-सपा सांसद रामनरेश अग्रवाल ने कहा- प्रशंसा जब चाटुकारिता में बदले तो समझो कुछ गड़बड़ हैं, लेकिन अब ऐसा हो रहा है। मीडिया पर भी इमरजेंसी लगा दी गई है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी पर 60-65 लोग मर चुके हैं, इससे कमजोर तबके का करेंसी और बैंकिंग सिस्टम मे भरोसा कम हुआ है।
मनमोहन सिंह ने कहा- पीएम ने 50 दिन मांगे लेकिन गरीब लोगों के लिए इतने दिन भी घातक ही हैं।
-राज्यसभा में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भाषण के साथ चर्चा शुरू हुई।
-नोटबंदी पर हंगामे के बाद राज्यसभा पहुंचे पीएम मोदी।
– लोकसभा में सपा सांसद अक्षय यादव ने स्पीकर की टेबल पर फेंके कागज, सदन स्थगित हुआ।
– बसपा सुप्रीमो और राज्यसभा साांसद मायावती ने कहा है कि पीएम मोदी को संसद में आकर विपक्ष की बात सुननी चाहिए, वह सदन से भाग क्यों रहे हैं?
– पीएम मोदी के न आने पर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा हुआ।
-कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने मांग रखी है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को सदन में बोलने की अनुमति दी जाए।
-राज्यसभा में सत्ता और विपक्ष अपने -अपने हिसाब से चर्चा की मांग कर रहे थे।
– सूत्रों का कहना है कि विपक्ष ने बैठक कर निर्णय लिया है कि 28 नवंबर तक सरकार के साथ बातचीत नहीं की जाएगी।
– विपक्ष ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार किया।
-संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चैंबर में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, वैंकेया नायडू और अनंत कुमार समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे।
-बीजेपी सांसद अनंत कुमार ने कहा कि हम सभी दलों को समान तवज्जो दे रहे हैं।
– गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। संसद चलने देने पर सहमति बनाने की कोशिश की।