सतनाम सिंह संधूनारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल ने बुधवार को राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के संस्थापक संधू को मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। इस पर राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा मनोनीत सदस्य संधू राज्यसभा में शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति थे।संधू मनोनीत सदस्य हैं वहीं गुप्ता और मालीवाल दिल्ली से निर्विरोध चुने गए।
राज्यसभा में बुधवार को तीन नए सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ। सतनाम सिंह संधू, नारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल ने बुधवार को राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने नये सदस्यों का स्वागत किया। हालांकि, स्वाति मालीवाल को दोबारा शपथ लेनी पड़ी क्योंकि उनकी पहली शपथ पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। दरअसल, उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जो शपथ का हिस्सा नहीं थे।
सबसे पहले किसने ली शपथ?
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के संस्थापक-चांसलर संधू को मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। इस पर राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, मनोनीत सदस्य संधू राज्यसभा में शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति थे। सभापति ने संधू से कहा,’आपने इतिहास रचा है। आप संसद के नए भवन में शपथ लेने वाले पहले व्यक्ति हैं।’ संधू को राज्यसभा मनोनीत किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बधाई दी।
दिल्ली से निर्विरोध चुने गए गुप्ता और मालीवाल
बता दें कि संधू जहां मनोनीत सदस्य हैं, वहीं गुप्ता और मालीवाल दिल्ली से निर्विरोध चुने गए। नारायण दास गुप्ता को आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्यसभा सदस्य के रूप में फिर से नामित किया, जबकि मालीवाल को सुशील गुप्ता के स्थान पर आप द्वारा नामित किया गया था।