लखनऊ में रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना) राजेश दत्त बाजपेई के घर में हुए डबल मर्डर के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है, नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मां और भाई की हत्या की आरोपी अवसादग्रस्त बच्ची ने अब एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने पूछताछ में अपने एक अदृश्य दोस्त का जिक्र किया है।
छात्रा ने पुलिस को बताया कि घर में कोई भी उसका अपना नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोहरे हत्याकांड की शुरुआती पड़ताल में छात्रा ने यह जानकारी दी तो सबके होश उड़ गए। पुलिस अधिकारियों ने समझा कि छात्रा ने किसी बात पर नाराज होकर अपने दोस्त के साथ मां और भाई की हत्या की है।
हालांकि, बाद में छात्रा के हेलुसिनेशन की बीमारी से ग्रसित होने का राज खुला। छात्रा ने बताया कि जब वह कक्षा सात में थी तबसे दोस्त रिशु उसके साथ है। पुलिस ने पूछा रिशू कहां है? कहां रहता है? क्या करता है? तो छात्रा ने बताया कि वह कहीं नहीं है। वह उसका अदृश्य दोस्त है और उसके दिमाग में रहता है।
छात्रा ने कहा कि रिशू के कहने पर ही उसने मां और भाई को गोली मारी थी। मनोचिकित्सक यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि रिशू का चरित्र छात्रा से कब और कैसे जुड़ा?
छात्रा ने बताया कि उसके अदृश्य दोस्त ने खुद को भी मारने के लिए कहा था। उसके कहने पर ही छात्रा ने नहाने के बाद शीशे में जैम से ‘डिसक्वालीफाइड ह्यूमन’ लिखा और आलमारी से पिता की लाइसेंसी पिस्टल निकालकर उसके बीचो-बीच गोली मारी थी।
छात्रा ने पुलिस को बताया कि दरअसल उसने शीशे के सामने खडे़ होकर अपने अक्स पर गोली चलाई थी। इसके बाद वह मां के कमरे में पहुंची जहां दोनों बेड पर सो रहे थे। उसने दोनों के सिर की तरफ खड़े होकर एक-एक गोली उन्हें मार दी।