खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सीलिंग के मुद्दे पर भूख हड़ताल टालने के अरविंद केजरीवाल के निर्णय पर रविवार को निराशा व्यक्त की. संगठन ने आशंका जताते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा सीलिंग नहीं रोके जाने पर भूख हड़ताल करने की पिछले महीने की घोषणा राजनीति से प्रेरित थी और उनका उद्देश्य सिर्फ कारोबारियों की सहानुभूति हासिल करना था.केजरीवाल ने पिछले महीने की शुरुआत में कहा था कि यदिदिल्ली में जारी सीलिंग पर31 मार्च तक रोक नहीं लगायी गई तो वह भूख हड़ताल शुरू करेंगे. हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को कहा कि केजरीवाल ने अपनी भूख हड़ताल टाल दी है. कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने केजरीवाल को आज पत्र भेजकर कहा कि भूख हड़ताल टालने से दिल्ली के कारोबारियों मेंउनके फैसले पर भारीनाराजगी और निराशा है.
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरह से भूख हड़ताल को टाला गया है, इससे हमें यह शक करने की वजह मिलती है कि इसकी घोषणा राजनीति से प्रेरित थी और कारोबारियों की सहानुभूति हासिल करने के लिए की गयी थी, न कि लाखों कारोबारियों और उनके यहां रोजगार पाये लोगों के जीवनयापन से जुड़े मुद्दे पर उठाया गया कोई गंभीर कदम.’’
उल्लेखनीय है कि दक्षिणी दिल्ली के अमर कॉलोनी बाजार में भारी पैमाने पर सीलिंग की कार्रवाई की गई है. ओल्ड डबल स्टोरी मार्केट में एक ही दिन में350 दुकानों को सील कर दिया गया था. केजरीवाल ने अमर कॉलोनी में कारोबारियों को नौ मार्च को संबोधित करते हुए कहा था कि यदि इसे रोका नहीं गया तो वह भूख हड़ताल करेंगे. हालांकि, पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने30 मार्चको कहा कि केजरीवाल ने कई कारोबारी संगठनों तथा अधिवक्ताओंकी सलाह एवं अनुरोध पर भूख हड़ताल को टाल दिया है.