प्याज की बढ़ी कीमतों को देखकर ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर से महंगाई डायन आ गई है और रसोई का जायका बिगाड़ रही है। देश के कुछ भागों में इस समय में प्याज के दाम में काफी तेजी है और इसके भाग 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास चल रहे हैं। हैरान करने वाली बात है कि प्याज का दाम इतना बढ़ गया है कि यह सेब से भी महंगा बिक रहा है।
कुछ सप्ताह पहले तक सेब जहां 80 से 100 रुपये तक बिक रहा था, अब वह 50 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है, प्याज ने सेब की जगह ले ली है और अब प्याज करीब 80 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। अप्रैल-मई में 20 से 25 रुपये तक बिकने वाला प्याज सितंबर में 80 रुपये किलो तक बिक रहा है।
व्यापारिक आंकड़ों से पता चला है कि सीमित आपूर्ति के कारण राजधानी दिल्ली में बी प्याज की खुदरा कीमत 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही हैं। कीमत की यही स्थिति देश के अन्य हिस्सों में भी है।
केंद्र सरकार का मानना है कि प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी की वजह से इसके दामों में जबरदस्त उछाल आया है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने मंगलवार को प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सरकार स्टॉक लिमिट लगाने पर भी विचार कर सकती है।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान प्याज की बढ़ी कीमतों की वजह गिनाते हुए कहते हैं कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण प्याज की सप्लाई प्रभावित हुई है, लेकिन स्टॉक की कमी नहीं है।
पासवान ने कहा कि सरकारी एजेंसियों के स्टॉक में 35000 टन प्याज पड़ा हुआ है और सरकार सस्ते दरों पर प्याज मुहैया करवाने की दिशा में कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि बीते सीजन में सरकारी एजेंसियों ने 50000 टन प्याज खरीद कर बफर स्टॉक बनाया था।
दिल्ली में कॉलोनियों के बाजारों में सब्जि खरीदने वाली एक महिला ने बताया कि इस समय 70 से 80 रुपये प्रति किलो प्याज मिल रहा है। बताया जा रहा है कि प्याज की बढ़ी कीमतों से कई राज्य भी परेशान हैं। हरियाणा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और ओडिशा, पांच राज्यों ने प्याज उपलब्ध कराने की मांग की है।
2015 के बाद इतना बड़ा उछाल
मंडी के कारोबारियों के अनुसार, 2015 के बाद पहली बार देश में प्याज इतने महंगे भाव मिलने लगे थे। गौरतलब है कि बीते सप्ताह दिल्ली में प्याज का थोक भाव 50 रुपये प्रति किलो से ऊपर चला गया था जब देश की राजधानी में प्याज का खुदरा भाव 70-75 रुपये प्रति किलो हो गया था। देश के अन्य हिस्सों में भी प्याज के दाम आसमान छूने लगे थे।
महाराष्ट्र जैसे देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य में बाढ़ के कारण मंडियों में आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस कारण एक महीने में प्याज में तेजी आयी है। । पिछले सप्ताह की बारिश ने आपूर्ति को और प्रभावित किया है, जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में प्याज के दाम चढ़ कर 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए गए हैं।