बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को बुलंदशहर जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. घंटों की पूछताछ के बाद भारी पुलिसबल की मौजूदगी में योगेश राज को उसे कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर सहित बजरंग दल के कई कार्यकर्ता भी कोर्ट में मौजूद रहे.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बजरंग दल के प्रदेश संयोजक बलराज डूंगर ने दावा किया कि योगेश हमारा कार्यकर्ता है और वो निर्दोष है. उन्होंने एसआईटी की कार्रवाई पर सवाल उठाएं. घटना के करीब एक महीने तक योगेश राज के फरार रहने के सवाल पर बलराज ने विवादित बयान देते हुए कहा कि योगेश भारत में ही था, वह पाकिस्तान नहीं गया था.
गौरतलब है कि बुलंदशहर में भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा एक अन्य युवक की मौत हो गई थी. इससे पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बुलन्दशहर प्रभाकर चौधरी ने बताया था कि इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, जिसमें सुमित नाम के युवक की मौत हो गई थी. उसकी उम्र 20 साल के करीब थी.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ‘वीडियो फुटेज’ और कुछ लोगों की गवाही के आधार पर इंस्पेक्टर की हत्या में प्रशांत नट, कलुआ को आरोपी बनाया गया है, जबकि इस घटना का मुख्य आरोपी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को बनाया गया है. इस घटना के सिलसिले में बुलन्दशहर पुलिस ने अब तक 22 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, छह से अधिक लोगों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया है.