कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से दूसरे जगहों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों को लाने को लेकर उत्तर प्रदेश में चल रही राजनीति के बीच अब तक प्रदेश में 838 श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंच चुकी है.

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने श्रमिकों को लाने के लिए रिकॉर्ड 1,044 श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों को लाने को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि अब तक प्रदेश में 838 स्पेशल ट्रेन आ चुकी हैं जबकि 206 अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन को और अनुमति दी गई है.
उन्होंने कहा कि इस तरह से उत्तर प्रदेश ने 1044 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति देकर रिकॉर्ड बनाया है. अवस्थी ने कहा कि कल ही हमने 100 ट्रेनों की अनुमति दी है, जो अपने आप में एक और रिकॉर्ड है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि दूसरे राज्यों और शहरों में फंसे पूर्वांचल क्षेत्रों के लोगों को लाने के लिए गाजियाबाद, बीजी नगर, सहारनपुर, अलीगढ़, प्रयागराज और कानपुर से लगभग 20 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं.
अवस्थी ने कहा कि अकेले महाराष्ट्र से 322 स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंच चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों और शहरों से आए प्रवासी श्रमिकों को क्वारनटीन सेंटर्स तक ले जाने के लिए जिलों को करीब 15 हजार निजी बस मुहैया कराई गई है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि हम इन दिनों ट्रेनों और बसों के माध्यम से रोजाना करीब 2 लाख लोगों ले जा रहे हैं. साथ ही सरकार ने उनके लिए स्क्रीनिंग और भोजन की व्यवस्था भी कर रही है.
उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंची हैं. इसके अलावा राज्य में अन्य साधनों से भी करीब 6 लाख प्रवासी मजदूर पहुंचे हैं.
प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश लौट रहे हर प्रवासी श्रमिक को 1,000 रुपये की आर्थिक मदद भी दे रही है, जो भरण-पोषण भत्ता के रूप में दिया जा रहा है.
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