पूर्वांचल में मऊ जिले की सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और उनके गिरोह पर पिछले कुछ महीनों से पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। शासन और प्रशासन ने मुख्तार गिरोह के आर्थिक साम्राज्य को गहरी चोट दी है। अब तक की कार्रवाई में मुख्तार गिरोह की सालाना 48 करोड़ रुपये की आय बंद की जा चुकी है।
वाराणसी मंडल के अलग-अलग जिलों में प्रतिबंधित मछली कारोबार, स्टोरेज, गिरोह बनाकर वसूली, कोयला कारोबार, बूचड़खाना समेत अन्य अवैध धंधों पर अंकुश लगाकर तगड़ी चोट दी है। पुलिस के अनुसार, मुख्तार गैंग को मछली कारोबार से ही करीब 33 करोड़ रुपये की सालाना आय होती थी।
मुख्तार की बाकी की आय दूसरे अवैध धंधों से होती थी। इन्हीं अवैध कामों से गैंग संचालन होता था। एडीजी कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्तार अंसारी की शह पर आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर में 120 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति गैंग के कब्जे से मुक्त कराई है।
बृजभूषण, एडीजी, वाराणसी जोन ने बताया कि मुख्तार व उसके करीबियों की 48 करोड़ की सालाना आय बंद की गई है। 120 करोड़ की संपत्तियां इनके कब्जे से मुक्त कराते हुए अवैध कार्य में संलिप्त करीबियों पर कार्रवाई जारी है।
मुख्तार के करीबियों ने खुद पर दर्ज मुकदमों को छिपाकर असलहों का लाइसेंस ले रखा था। ऐसे लोगों के 81 असलहों के लाइसेंस रद्द कराए गए हैं। उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है।
वाराणसी समेत मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर व जोन के अन्य जिलों में लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है, जो सीधे मुख्तार के लिए अवैध काम करते पाये गये। ऐसे 100 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें 78 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।