पडोसी राज्य बिहार की तर्ज पर गोवंश को भी ईयरटैग अनिवार्य किया जाएगा। इस इयर टैग को सामान्य भाषा में आधार कार्ड भी कह सकते हैं।
इससे गोवंश की तस्करी और और उसकी अवैध खरीद फरोख्त पर रोक लग सकेगी। इसके लिए जल्द ही शासनादेश जारी किया जाएगा।
अब तक विभिन्न पशुओं के लिए ईयर टैगिंग की व्यवस्था है पर उसका सही ढंग से पालन नहीं किया जा रहा है। शासन के एक अधिकारी के अनुसार देश के विभिन्न राज्यों में पशुओं के लिए ईयरटैगिंग की व्यवस्था है पर इसे सख्ती से अबतक लागू नहीं किया जा सका है।
ईयर टैंगिग का लाभ यह होता है कि इससे तस्करी पर रोक लगती है साथ ही पशुओं की पहचान होने से आए दिन बिगडने वाली कानून व्यवस्था पर भी अंकुश लगता है।