उत्तर प्रदेश में अब कोरोना के एसिम्प्टोमैटिक (बिना लक्षण वाले) मरीजों के लिए खासकर जो मरीज अच्छी सुविधाओं के लिए पैसे देने को तैयार हैं, उनके लिए सरकार होटल की व्यवस्था करेगी ताकि उन्हें क्वारनटीन किया जा सके.
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि बहुत लोग सरकारी अस्पतालों में नहीं जाने के भय से अपने संक्रमण को छुपा रहे हैं. इसलिए अब निश्चित दर पर होटलों में L1 स्तर के मरीज यानी जिनमें कोई कोरोना के लक्षण नहीं हैं, उन्हें रखा जाएगा.
होटल का किराया सरकार ने तय किया है. सरकार ने यह कहा है कि एक परिवार में 2 लोगों के लिए 1 दिन के कमरे का किराया दो हजार होगा, जबकि सिंगल ऑक्युपेंसी पर ये किराया डेढ़ हजार रुपये होगा.
साफ सफाई और स्वच्छता की जिम्मेदारी होटल की होगी और वे इसके लिए 500 रुपये चार्ज कर सकेंगे. सरकार के आदेश के मुताबिक, किसी भी सूरत में होटल का किराया दो हजार से ऊपर नहीं होगा.
लेकिन खाने पीने का खर्च उसमें रह रहे मरीजों को खुद देना होगा. डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती अस्पताल इन होटलों में करेगा.
सभी जिलाधिकारियों को ऐसे होटलों को चिह्नित कर तुरंत L1 स्तर के मरीजों के लिए उपलब्ध कराने के आदेश दे दिए गए हैं.
उत्तर प्रदेश में दिनों दिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा जैसी जगहों पर मरीजों की बड़ी संख्या देखी जा रही है.
यह बात भी सामने आई कि लोग जांच कराने से कतरा रहे हैं, जिस वजह से संक्रमण दर बढ़ती जा रही है. बहुत लोग अस्पताल जाने के डर से भी अपनी बीमारी छुपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़ती जा रही है.