New Delhi: आमतौर पर इलाज के बाद पूरी तरह से बेस्ट रेस्ट लिया जाता है। डॉक्टरों द्वारा दी गई दवाईयां वक्त में ली जाती है। इतना ही नहीं इलाज के दौरान आपको अपने नशे की लत से दूरी बनाकर रखनी पड़ती है। लेकिन यहां तो कुछ उल्टा ही दिखाई पड़ रहा है।इस पेड़ की देखभाल पर हर साल खर्च होते है 12 लाख रूपये
तस्वीर में दिख रहा शख्स विल्सन लकड़ा है। विल्सन अपनी पत्नी के साथ गुमला से रिम्स आया है। 7 दिन से सर्जरी वार्ड में एडमिट है। विल्सन की हाइड्रोसील समेत दो ऑपरेशन हुए हैं। दो पाइप लगे हैं। लेकिन फिर आदत है की जाती नहीं।
विल्सन की हरकतों ने इस बात का सबूत दे दिया है कि मरीज भी अपना केस खुद ही बिगाड़ लेते हैं। अगर डॉक्टर के मना करने पर भी मरीज की आदत नहीं बदली तो उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो सकता।
दरअसल, डॉक्टरों ने विल्सन को नशा करने से मना किया है, लेकिन इलाज के वक्त वह अपने बेड से उठकर सुपर स्पेशियलिटी विंग के रास्ते होते बाहर निकला। बाहर हड़िया बिक रही थी। वह वहां 15 मिनट तक हड़िया पीता रहा। फिर उसी रास्ते अपने बेड पर पहुंच गया। वार्ड की नर्स ने बताया कि मरीज की हालत ठीक नहीं है। थोड़ा सा भी दबाव पड़ा तो टांका खुल सकता है।