प्याज की कीमतों ने प्याज पर कुछ इन संवादों को जोड़ने पर मजबूर कर दिया है पढ़िए ये मजेदार संवाद –
ये प्याज मुझे दे दे ठाकुर।
मेरे करण अर्जुन आएंगे प्याज जरूर लाएँगे।
एक प्याज की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू ।
जिनके घर प्याज होते हैं वे बत्ती बुझा के खाना खाते हैं ।
मेरे पास गाड़ी है बंगला है और प्याज भी है तुम्हारे पास क्या है?
मै आज भी फेंके हुये पैसे नहीं उठाता लेकिन प्याज की बात अलग है।
ये ढाई किलो प्याज जब आदमी लेता है न, तो उठता नहीं उठ जाता है।
11 राज्यों मे ढूंढ लिया पर प्याज खरीदना मुश्किल ही नहीं है नामुमकिन है।
तुम्हें चारो तरफ से घेर लिया गया है अपनी सारी प्याज छोडकर यहाँ से निकल जाओ।
लगता है सब्जी मंडी मे नए आए हो साहब सारा शहर मुझे प्याज़ ए मंहगाई के नाम से जानते हो।