दिल्ली में फैले वायु प्रदूषण से किनारा करते हुए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने दावा किया कि प्रदेश में पराली जलाने से इसका कोई सरोकार नहीं है। रोकथाम की कोशिशों के चलते उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं में 46.9 प्रतिशत कमी आई है।
कृषि मंत्री का कहना है कि आइसीएआर से प्राप्त रिमोट सेंसिंग की एक नवंबर की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले वर्ष की तुलना में 46.9 प्रतिशत कमी आई है। जहां तक दिल्ली में हो रहे प्रदूषण का प्रश्न है, यह उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के कारण नहीं हो रहा, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पराली जलाने की घटनाएं नगण्य हैं।
शाही ने बताया कि पराली जलाने को रोकने के लिए सख्ती करने का परिणाम है कि अब तक कुल 586 किसानों को नोटिस जारी किए गए हैं। 166 किसानों के खिलाफ एफआइआर करने के साथ 185 किसानों पर 4,75,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा अब तक 50 किसानों से 1,30,500 रुपये की वसूली की जा चुकी है। लापरवाही बरतने के आरोप में एक लेखपाल को निलंबित किया और एक लेखपाल पर विभागीय कार्रवाई की गई है। वहीं, सात लेखपालों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।