यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए जब समय कम बचा तो कक्ष निरीक्षकों की भरपाई के लिए डीआइओएस कार्यालय स्थित परीक्षा कार्यालय से आनन-फानन गत वर्ष की सूची से शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई। यह इसलिए हुआ कि राजधानी के करीब 150 से अधिक निजी विद्यालयों ने कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी से बचने के लिए आवेदन ही नहीं किया था।
आवेदन न करने वालों के खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं की । निरीक्षकों की भरपाई के लिए सभी विद्यालयों को करीब एक माह पहले परीक्षा कार्यालय से आवेदन करने के लिए निर्देश जारी किए थे, लेकिन विद्यालयों ने निर्देशों को नजर अंदाज किया। जब परीक्षा का समय कम बचा और परिषद से कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी का ब्योरा मांगा गया तो गत वर्ष की सूची से भरपाई की गई। डीआइओएस, डॉ. मुकेश कुमार सिंह के मुताबिक जिन विद्यालयों ने कक्ष निरीक्षकों के लिए आवेदन नहीं किया है, उन्हें नोटिस दी गई है। गत वर्ष के शिक्षकों की सूची से भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
बीएसए को पत्र भेजकर रिजर्व में मांगे गए शिक्षक
डीआइएएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बीते दिनों कक्ष निरीक्षकों की भरपाई के लिए बीएसए को पत्र भेजकर शिक्षकों की मांग की। उन्होंने बीएसए से रिजर्व में शिक्षकों की सूची तैयार करने के लिए कहा, ताकि शिक्षक माध्यमिक के शिक्षकों के कम पड़ने पर बेसिक शिक्षा विभाग से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए।
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