उत्तर प्रदेश के बलिया में दो दलित युवकों को भीड़ ने पीटा, उनके सिर मुंडवाए और गले में ‘गाय चोर’ का पोस्टर टांग कर पूरे इलाके में घुमाया. इन दोनों युवकों को एक पुजारी ने मंदिर के पास से गाय ले जाते हुए देखा और फिर भीड़ इकट्ठा कर ली. पुजारी ने लोगों को बताया कि दोनों युवक गाय चुरा कर ले जा रहे हैं और इसके बाद भीड़ ने दोनों को पीटना शुरू कर दिया.
भीड़ ने युवकों को किया प्रताड़ित
पुलिस ने बताया कि पड़ोसी गांव के दो युवा किसान उमा (उम्र-22 साल) और सोनू (उम्र-22 साल) को गाय चुराने के इल्जाम में और एक अन्य शख्स को उन्हें प्रताड़ित करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है. रसड़ा तहसील के सर्कल ऑफिसर अवधेश कुमार चौधरी ने बताया, ‘ये घटना सोमवार सुबह की है, जब रसड़ा तहसील के गाजीपुर रोड पर भीड़ ने एक पुजारी के कहने पर दोनों युवकों को पकड़ कर पीटा. पुजारी ने दोनों युवकों को सुबह 5 बजे बछड़ों को ले जाते देखा.’ इसके बाद युवकों के सिर के बाल छिल दिए गए, चेहरे पर सफेद रंग लगाया गया और उनके गले में ‘गाय चोर’ का पोस्टर टांग कर पूरे इलाके में तब तक घुमाया गया, जब तक पुलिस नहीं आ गई.
युवकों ने कबूली गाय चुराने की बात
सर्कल ऑफिसर ने बताया, ‘दोनों दलित युवकों ने बछड़े चुराने की बात कबूली है और उन्हें गाय चोरी के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा 15 लोगों के खिलाफ उत्पीड़न और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. अभी शंभू नामक शख्स को पकड़ा गया है और बाकियों की पहचान होना बाकी है.’
पशु चोरी का है मामला
अधिकारी के मुताबिक वे अवारा बछड़े थे. लेकिन ये फिर भी चोरी का मामला है क्योंकि पशुओं को मंदिर परिसर के पास से पकड़ा गया. अभी तक ये पता नहीं चला है कि युवकों ने बछड़े क्यों चुराए. बलिया के एसपी अनिल कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है.